रायपुर, द प्राइम न्यूज। सावन महीने भर सूखे का भय दिखा कर,डराने के बाद,भादो माह में मानसून इन दिनों छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश मे कहर बरपा रहा है। आसमान से बरस रहे इस आफत से सामान्य जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में भारी बारिश के दौरान एक कच्चे मकान के ढह जाने से मलबे में दब जाने से दादी और पोते की मौत हो गई। हादसा जिले के मारो चौकी क्षेत्र के खेड़ा गांव की है। जानकारी के मुताबिक बीते दो दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से खेड़ागांव में एक कच्चा मकान अचानक ढह गया। मलबे में दब जाने से 80 वर्षीय वृद्धा धनैया बाई और ईश्वरी यादव 20 किशोरी ईश्वरी यादव की मौत हो गई।
घटना की सूचना पर पुलिस और राजस्व विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुँचे। पीड़ित परिवार को तात्कालिक सहायता राशि उपलब्ध कराया गया है। जानकारी के लिए बता दे कि बेमेतरा जिले में इससे पहले भी साजा थाना क्षेत्र के चोरभट्टी गांव में दीवार ढहने की एक घटना में दो बच्चों की मौत हो गई थी।
इस बीच मौसम विभाग ने जारी किए गए पूर्वानुमान में मानसून की वापसी में विलंब होने का एलर्ट जारी किया है। विभाग का अनुमान है कि उत्तर पश्चिम भारत मे सक्रिय मानसून के विदा होने में दस दिन से अधिक का समय लग सकता है। आमतौर पर मानसून की वापसी का सिलसिला 17 सितंबर से राजस्थान के जैसलमेर जिले से होती है।