दुर्ग: पैगंबर सिंह मण्डावी पिता स्व. बहुर सिंह मण्डावी, निवासी ग्राम भोथीपार, जिला बालोद ने थाना पद्यनाभपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 27 मार्च 2023 को मेरे घर के पास तीन अज्ञात व्यक्ति आये और बोले की हमारे पास श्रब्ठ है हम लोग सड़क बनाने का काम करते हैं अभी हम लोग का श्रब्ठ खाली है कुछ काम करवाना हो तो करवा लो, पैसे अपने हिसाब से दे देना बोले। तो मैं अपने खेत को समतलीकरण करने का काम उनको दे दिया। खेत का समतलीकरण करने बाद दूसरे दिन दिनांक 29 मार्च 2023 को सुबह वो तीनों अज्ञात व्यक्ति मेेरे खेत में आकर खेत समतलीकरण का बिल 27 लाख रुपए हुआ है बोल कर पैसा मांग करने लगे, नहीं दोगे तो तुम्हें जेल में डलवा देने की धमकी देने लगे तो मैं डरकर उनको पैसा देने के लिए उनमें से एक व्यक्ति को अपने मोटर सायकल के पीछे बैठा कर भिलाई आया। पंजाब नेशनल बैंक सेक्टर 6 ब्रांच से 13 लाख 50 हजार रुपए निकालकर अपने गांव भोथीपार जाने के लिए निकला। जब धनोरा-हनोदा रोड पर पहुंचा था तो मेरे साथ आये व्यक्ति ने गाड़ी रूकवाया। उसी समय उसके अन्य दो साथी भी मोटरसायकल से आ गये और मेरे पास रखे रूपये छीनकर भाग निकले। घटना के बाद मैं अपने गांव वापस चला गया और आस-पास तीनों व्यक्तियों की पतासाजी करते रहा। नहीं मिलने पर आज 5 अप्रैल 2023 को थाना आकर रिपोर्ट कर रहा हूं। रिपोर्ट पर थाना पद्यमनाभपुर में अपराध क्रमांक 62/2023 धारा 392 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक दुर्ग अभिषेक पल्लव (भा.पु.से.) द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए अपरोपियों की पतासाजी कर शीघ्र गिरफ्तारी हेतु दिशा निर्देश प्राप्त हुए थे जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक( शहर) संजय ध्रुव (रा.पु.से.), नगर पुलिस अधीक्षक दुर्ग वैभव बैंकर (भा.पु.से.), नोडल ऑफिसर सायबर सेल प्रभात कुमार (भा.पु.से.), उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) दुर्ग राजीव शर्मा (रा.पु.से.) के मार्गदर्शन में निरीक्षक संतोष मिश्रा प्रभारी एसीसीयु युनिट एवं निरीक्षक राजीव तिवारी प्रभारी थाना पद्यनाभपुर के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर अरोपियों की पतासाजी एवं शीघ्र गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे थे।
गठित टीम द्वारा घटना स्थल से लेकर गुण्डरदेही तक 50 किमी के मार्गो में लगे करीबन 1000 सीसीटीवी कैमरों से मिले फुटेज का अवलोकन कर तीनों आरोपियों की पहचान की गई। सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त हुलिये के आधार पर आरोपियों की पतासाजी हेतु विशेष सूत्र लगाये गये थे व तकनीकी साक्ष्य के आधार पर आरोपियों की पतासाजी का हरसंभव प्रयास टीम द्वारा किया जा रहा था। इसी दौरान पतासाजी हेतु लगाये विशेष सूत्रों से पता चला की बबलू खान निवासी करौली, राजस्थान जो कि बालोद के एक धोखाधड़ी मामले में अपने सहयोगियों सहित पेशी पर बालोद आया हुआ है जिसने पूर्व में इसी प्रकार की लूट की घटना को बालोद में अंजाम दिया था।
सूचना को गंभीरता से लेते हुए टीम द्वारा पूर्व में बालोद में पकड़े गये बबलू खान एवं उसके सहयोगियों के फोटो प्राप्त कर उनका सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त संदेहियों के फोटो से मिलान किया गया, जिससे आरोपी की पहचान बबलू खान, परवीन खान के रूप में सुनिश्चित हुई। प्राप्त जानकारी के आधार पर उक्त व्यक्तियों के मोबाइल नंबर प्राप्त कर तकनीकी आधार पर जानकारी एकत्र की गई। प्राप्त तकनीकी एवं विशेष सूत्रों से प्राप्त जानकारी के परिणाम स्वरूप आरोपियों की उपस्थिति उत्कल एक्सप्रेस में होना एवं किसी घटना को अंजाम देने के लिए बिलासपुर की ओर जाना पता चला। इस आधार पर टीम द्वारा उत्कल एक्सप्रेस में सवार होकर अपनी पहचान छुपाते हुए ट्रेन में वेंडर के रूप में बोगियों में घूम घूम कर पतासाजी की जा रही थी जो कि आरोपीगण बबलू खान, अली शेख, अली मोहम्मद, तस्लीम खान, अनीश खान, अब्दुल अलीम ट्रेन में सफर करते हुए मिले। उन्हें पकड़कर पूछताछ की गई।
प्रारंभिक पूछताछ में गुमराह करते रहे किन्तु सतत और तथ्यात्मक पूछताछ करने पर करीबन 10-12 दिन पूर्व एक बुजुर्ग व्यक्ति से खेत समतलीकरण कराने के नाम पर श्रब्ठ लगाकर खेत समतल कर योजनाबद्ध तरीके से अलग-अलग ग्रुप में बंटकर सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर समतलीकरण करवाने की बात कहकर बुजुर्ग व्यक्ति को डरा-धमका कर पेनाल्टी भरने की बात कहते हुए बैंक में जमा उसकी FD की रकम को जबरदस्ती विड्राल करवा कर रास्ते में 13.50 लाख रूपये को लूट कर भाग जाने की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। आरोपियों द्वार लूटी गई रकम में से 7 लाख रूपये को आपस में बांटकर अपने पास रखना और शेष रकम 6.50 लाख रूपये को प्रकरण के फरार आरोपी परवीन खान, आलम खान के पास रखा होना बताया गया। आरोपियों के कब्जे से पृथक-पृथक लूटी गई रकम में से 7 लाख रूपये बरामद कर जब्त किया गया। फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है। आरोपियों के विरूद्ध थाना पद्यनाभपुर से अग्रिम कार्यावाही की जा रही है।
उक्त कार्यवाही में सउनि चंद्र शेखर सोनी, सउनि शमित मिश्रा, आरक्षक प्रदीप सिंह, जगजीत सिंह, शोभित सिन्हा, रिन्कू सोनी, तिलेश्वर राठौर, जुगनु सिंह, खुर्सीद खुर्रम बक्श, चित्रसेन साहू, शेख फारूख खान, केशव साहू, सनत भारती, कोमल राजपूत, नरेन्द्र सहारे, थाना पद्यनाभपुर से सउनि जी.एस. ठाकुर, महिला आरक्षक उमा डाली यादव की भूमिका रही।