जशपुरनगर द प्राइम न्यूज नेटवर्क। सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा से भड़की महिलाओं ने निर्माणाधीन बाउंड्रीवाल में जमकर तोड़फोड़ की। घटना की सूचना दिए जाने के बावजूद राजस्व विभाग के कर्मचारी घंटों विलंब से पहुंचें। वहीं मोैके पर पहुंची कोतवाली पुलिस की टीम,नाराज ग्रामीणों को समझाईश देने की कोशिश करते रहें,लेकिन कलेक्टर जनदर्शन सहित तमाम अधिकारियों को बार बार आवेदन देकर थक चुके मुहल्लेवासी,रूकने के लिए तैयार नहीं हुए। समचार लिखे जाने तक मौके पर राजस्व विभाग,विवादित जमीन की नापजोख करने में जुटी हुई थी। मामला,शहर के नजदीक स्थित ग्राम पंचायत जुरगुम के तेतरटोली की है। इस बस्ती में स्थित सिनगीदेई केलीदेई उरांव भवन के नजदीक स्थित एक 84 डिसमिल प्लाट में निर्माणाधीन बाउंड्रीवाल को लेकर बुधवार की सुबह बवाल मच गया।
बाउंड्रीवाल के निर्माण से इसके आसपास के रहवासियों के आने जाने का रास्ता बाधित होने की आशंका जताते हुए स्थानीय रहवासी एकजुट हो गए। बस्ती की महिला पार्वती भगत ने बताया कि बाउंड्रीवाल के निर्माण हो जाने से मुख्य सड़क तक पहुंचने का रास्ता पूरी तरह से बाधित हो गया है। इससे तकरीबन 150 परिवार बुरी तरह से प्रभावित हो रहें हैं उनका कहना था कि स्थिति इतनी खराब हो गई है कि बीमार व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने के लिए मुख्य सड़क तक कंधें में ढोकर लाना पड़ता है।
वहीं बारिश के दिनों में किचड़ से लथपथ हो चुके जमीन से बचाने के लिए बच्चों को गोद में उठा कर मुख्य सड़क तक पहुंचाना पड़ता है। प्रियंका भगत ने बताया कि भू स्वामी शंभू राम ने अपने पट्टे की जमीन के साथ घास जमीन पर भी कब्जा कर रखा है। आने जाने के लिए रास्ता मांगे जाने पर आए दिन बस्ती में विवाद होता रहता है। मामले को लेकर ग्रामीण दो दिन पूर्व हुई हादसे को लेकर भी आहत नजर आए। दुर्गेश कुमार ने बताया कि उनका ढाई साल का बेटा हिमांशु,नीव के लिए खोदे गए गड्ढे में गिर गया था। स्वजनों की सर्तकता से मासूम की जान बच सकी थी। भड़की हुई महिलाओं का कहना था बाउंड्रीवाल के निर्माण से,आंगनबाड़ी भवन तक पहुंचने का रास्ता भी बंद हो जाएगा। सुबह 8 बजे से चल रहे इस विवाद की सूचना मिलने के घंटों बाद भी राजस्व विभाग के कर्मचारी दोपहर 12 बजे के बाद मौके पर पहुंचे। राजस्व निरीक्षक जीआर सोनी ने बताया कि मौके का निरीक्षण और जमीन की नपाई के बाद मामले में कुछ कहा जा सकता है। वही घास जमीन पर अवैध कब्जा किए जाने के मामले कार्रवाई के संबंध में आरआई का कहना था अतिक्रमण का रिपोर्ट बना कर,उच्च अधिकारियों को प्रतिवेदन दिया जाएगा। बहरहाल,इस पूरे मामले ने एक बार फिर शहर सहित आसपास के ग्रामीण अंचल में बेसकीमती जमीन पर चल रहे अवैध कब्जे के खेल को उजागर कर दिया है। वहीं,अतिक्रमण के मामले कोलेकर राजस्व विभाग के कर्मचारियों का रवैया भी उन्हें संदेह के दायरे में खड़ा कर रहा है। भूमाफिया के इस काले कारोबार में राजस्व विभाग के कर्मचारियों की मिली भगत का संदेह जताया जा रहा है।
‘तेतरटोली के रहवासियों ने घास जमीन पर कब्जा और रास्ता बाधित होने की शिकायत की है। मामले की जांच की जा रही है। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर आगे कार्रवाई की जाएगी।’
जीआर सोनी,राजस्व निरीक्षक,जशपुर
‘बस्ती में आने जाने के लिए पर्याप्त मात्रा में जमीन छोड़ा गया है।’
शंभूराम,भूस्वामी