रायपुर,द प्राइम न्यूज नेटवर्क। हाथी मानव द्वंद की विकराल होती समस्या से निबटने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने नवाचार के तहत,हाथी प्रभावित इलाके में चारे के रूप में धान रखने की योजना बनाई है। योजना के मुताबिक,वन विभाग मार्कफेड की सहकारी समितियों में अतिशेष धान का उपयोग इसके लिए करेगी। सरकार की योजना,अतिकायो को जंगल के अंदर ही भरपूर मात्रा में चारा और पानी उपलब्ध करा,आबादी वाले क्षेत्र से दुररखने की है। छग के वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने शनिवार को सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना की वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से समीक्षा की। आज अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वन विभाग के अंतर्गत कैम्पा मद के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने वन क्षेत्र में जहां पर धान रखा गया है, वहां पर ट्रैप कैमरा लगाकर इसकी निगरानी कर अवगत कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
मंत्री अकबर ने सभी मुख्य वन संरक्षकों और वन मंडलाधिकारियों को कैम्पा मद के वार्षिक कार्ययोजना वर्ष 2020-21 के कार्यों को माह नवम्बर और वार्षिक कार्ययोजना वर्ष 2021-22 के कार्यों को मार्च 2022 तक पूर्ण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को वन और ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए। वन मंत्री श्री अकबर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कैम्पा मद से कराए जा रहे कार्यों की वृत्तवार समीक्षा की। विशेष रूप से वर्तमान वर्षा ऋतु में कराए गए वृक्षारोपण की समीक्षा की, जिसमें वृक्षारोपण के कार्य लगभग पूर्णता की ओर पाए गए। उन्होंने इसके साथ ही मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना और निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा भी की।समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव वन एवं जलवायु परिवर्तन मनोज कुमार पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी और मुख्य कार्यपालन अधिकारी (कैम्पा) व्ही. श्रीनिवासराव उपस्थित थे।