स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के बच्चों ने मनाया छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस,विभिन्न कार्यक्रमो का हुआ आयोजन, प्राइमरी सेक्शन से लेकर के हायर सेकेंडरी तक के विद्यार्थियों ने मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत कर छत्तीसगढ़िया संस्कृति,परिधान,एवं रीति रिवाज की झलक को दिखाया। प्राचार्य ने कहा : – हमारा राज्य विविध संस्कृति का प्रदेश हमारे विद्यार्थी ही असली छत्तीसगढ़िया

जशपुर द प्राइम न्यूज़ नेटवर्क : जशपुर में संचालित स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में राज्योत्सव विद्यालय स्तर मनाया गया इस अवसर पर विद्यालय में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमें प्राइमरी सेक्शन से लेकर के हायर सेकेंडरी तक के विद्यार्थियों ने मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत कर छत्तीसगढ़िया संस्कृति ,परिधान , एवम यहां के रीति रिवाज की झलक को दिखाया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्राचार्य विनोद गुप्ता ने की ,कार्यक्रम की शुरुवात छत्तीसगढ़ महतारी एवम मां शारदा के प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन विद्यालय के प्राचार्य ,प्रधान पाठक रोहिणी सिन्हा स्मृति कुजूर के द्वारा किया गया,जिसमें विद्यालय के संस्कृत व्यख्याता विकास कुमार पांडे के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने ही वैदिक मंत्रोचारण कर छत्तीसगढ़ के सुख समृद्धि की कामना की । इसके पश्चात छत्तीसगढ़ी परिधान में मिडिल एवम हाई स्कूल के विद्यार्थियों ने राजकीय गीत अरपा पैरी के धार…… गीत की प्रस्तुति दिया। विद्यालय के शिक्षक मुकेश कुमार ने छत्तीसगढ़ राज्य के स्थापना के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए,मध्यप्रांत से लेकर मध्यप्रदेश से अलग राज्य स्थापना होने तक की जानकारी विद्यार्थियों को दी । कार्यक्रम में बस्तरिया मोर संगवारी गीत में विद्यार्थियों ने समा बांधा,कार्यक्रम के बीच बीच में विद्यार्थियों से छत्तीसगढ़ से संबंधित सामान्य ज्ञान के प्रश्न भी पूछे गए।छात्र छात्राओं ने छत्तीसगढ़ी गीत गया, जो छत्तीसगढ़ी परिधान में बेहद ही अच्छे लग रहे थे,छलके गगरिया गीत ने अपनी छाप छोड़ी, छात्रों ने हमर पारा तुहर पारा… गीत में मनमोहक प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया ।
विद्यालय के प्राचार्य विनोद गुप्ता ने आशीर्वचन में विद्यार्थियों से कहा की आप ही असली छत्तीसगढ़िया हो क्योंकि आपका जन्म वास्तविक छत्तीसगढ़ में हुआ, हमारा जन्म तो हमारी मातृ राज्य मध्यप्रदेश में हुआ।उन्होंने छत्तीसगढ़ी संस्कृति के विविधता को बताते हुए जशपुर की संस्कृति पर भी प्रकाश डालते हुए,कहा की हमारा जिला झारखंड और उड़ीसा राज्य की संस्कृति से प्रभावित है,फिर भी छत्तीसगढ़ राज्य की संस्कृति, परिधान एवम तीज त्योहार,खान पान सरगुजा संभाग से लेकर बस्तर संभाग तक एक जैसी ही है। गुप्ता ने अपने वक्तव्य में सभी विद्यार्थियों, शिक्षक/ शिक्षिका, जशपुर एवम छत्तीसगढ़ के समस्त लोगों को राज्य स्थापना की शुभकामनाएं दी । हमारा राज्य दिनों दिन प्रगति करता रहे।

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