फरसाबहार द प्राइम न्यूज़ नेटवर्क नितीश यादव: जशपुर जिले की फरसाबहार विकाशखंड के ग्राम पंचायत कोरंगामाल के सरपंच की मनमानी के कारण आश्रित मोहल्ला भालुमुंडा के निवासी बुनियादी सेवाओं के लिये तरस रहें हैं। उपसरपंच सुरेंद्र रोहिदास ने सरपंच जोसोमति डनसेना और उनके पति पर शासन के योजनाओं के क्रियान्वयन में भारी कोताही और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुये मनमानी करने और भालुमुंडा मोहल्ले के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार करने का गंभीर आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि शासन की मूलभूत योजनाओं को लेकर किये जा रहे विकासकार्यों की जानकारियां मांगने पर उनसे दुर्व्यवहार कर किसी भी प्रकार से जानकारी नही होने की बात कही जाती है। उनका कहना हैं कि जिन मोहल्लों में अतिआवश्यक कार्य किये जाने चाहिये वहां अनदेखी किया जा रहा है। जबकि वर्तमान में सारे काम काज उनके पति के द्वारा किये जा रहा है। जिससे शासन के योजनाओं पर बुरा असर पड़ रहा है। उन्होंने बताया की जो कार्य शासन से स्वीकृत होते है.उन कार्यों की जानकारी और सलाह अन्य पंचों सहित उपसरपंच से नहीं लिया जाता है।
जहाँ है, पगडंडी वहां नहीं बनाया सड़क,
ग्रामीणों की माने तो भालुमुंडा खड़ियाटोली से मकरीबंधा पहुँच मार्ग लंबे समय से गड्डों में तब्दील है.जिस मार्ग का कार्य नही कराया गया.बल्कि इसके अतिरिक्त अन्य जगह पर लाखों की लागत से सीसी रोड़ का निर्माण किया गया है. जिसके कारण ग्रामीणों को 3 से 4 किलोमीटर अधिक दूरी तय कर मुख्यमार्ग पहुँचना पड़ता है।
सरपंच जोसोमति डनसेना
उपसरपंच द्वारा लगाए गए आरोप को लेकर सरपंच जोसोमति डनसेना से दूरभाष पर बात कि गई तो उन्होंने बताया कि इस तरह की कोई बात नही निराधार है उन्होंने कहा कि भालुमुंडा आश्रित ग्राम है जहां किसी भी तरह का सौतेला व्यवहार नहीं किया जा रहा उन्हें बताया कि कुछ दिन पूर्व ही दो टेप नल 10, 10 हजार लिटर के लगवाए गए, इसके साथ ही पुलिया एवं सड़कों का भी कार्य किया जा रहा है उन्हें कहा कि पंचायत में जो भी कार्य आते हैं उन्हें उप सरपंच सहित पंचों को भी मासिक बैठक के माध्यम से बताया जाता है।