जशपुर द प्राइम न्यूज़ : 10 वीं 12 वीं क़े रिजल्ट में आदिवासी बाहुल्य जिले जशपुर का लगातार बेहतरीन रिजल्ट जारी है। जिला का सरगुजा संभाग में 10 वीं बोर्ड में पहला एवं 12 में दूसरा स्थान, राज्य में 10 वीं बोर्ड में 3 रा एवं 12 में दूसरा स्थान मिला है । हाई स्कूल एवं हायरसेकेण्डरी स्कूल परीक्षा का रिजल्ट कल घोषित हुआ है जिसमें जशपुर जिले क़े रिजल्ट का प्रदर्शन देखें तो काफ़ी बेहतर है। कोविड काल क़े बाद हुई ऑफ़लाइन परीक्षा में बच्चों ने जबरदस्त प्रदर्शन कर जिले का नाम रोशन किया है।
इस बारे में ज़िला शिक्षा अधिकारी जे. के. प्रसाद बताते है कि जशपुर जिले में कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे यशस्वी जशपुर कार्यक्रम का ही परिणाम है कि जशपुर ज़िला स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में काफ़ी बेहतर परिणाम दे रहा है । यशस्वी जशपुर कार्यक्रम के नोडल अधिकारी विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा जब से यशस्वी जशपुर कार्यक्रम प्रारंभ किया गया तब से जिले के हाई और हायर सेकंडरी स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता लगातार बेहतर हुई है । विगत 4- 5 वर्षों से जिले के विशेषकर शासकीय विद्यालयों का बोर्ड परीक्षा में शानदार परीक्षा परिणाम आ रहा है। यह सब इसलिए संभव हो पा रहा है क्योंकि जिला कलेक्टर के मार्गदर्शन और जिला शिक्षा अधिकारी के सक्रियता से शिक्षकों का प्रशिक्षण, प्रतिदिन शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति की मॉनिटरिंग, मासिक समीक्षा, लगातार विद्यार्थियों का मूल्यांकन, यशस्वी श्रोत पुरूषों के द्वारा गुणवत्ता पूर्ण प्रश्न पत्र एवम प्रश्न बैंक का निर्माण करना, प्रीबोर्ड परीक्षा का आयोजन, समय समय पर सभी विषय शिक्षकों को उन्मुखीकरण और बोर्ड परीक्षा के ठीक पहले मिशन 40डेज का क्रियान्वयन करना मुख्य रूप से प्रभावशाली रहा है। यशस्वी जशपुर कार्यक्रम के क्रियान्वयन में शिक्षा विभाग के समस्त रिसोर्स पर्सन, विकास खंड शिक्षा अधिकारियों, सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी, एफएम, प्राचार्य और शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का ही परिणाम है कि लगातार जिले के बच्चे प्रति वर्ष प्रदेश के प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त कर रहे है । ज्ञात हो कि दसवीं बोर्ड परीक्षा में जशपुर जिले का रिजल्ट प्रतिशत 86.7% है जो की राज्य में तीसरा एवं सरगुजा संभाग में टॉप में है । दंतेवाड़ा का 87.49 एवं सुकमा का 87.30 है ये दोनों जिले में बच्चों की संख्या काफी कम होने क़े कारण अव्वल आ जाते है क्षेत्रफल की दृष्टिकोण से जशपुर इन जिलों क़े तुलना 4-5 गुना बड़ा जिला है ।सरगुजा पांचवे, कोरिया 8 वें, बलरामपुर 10 वें,सूरजपुर 12 वें,नंबर पर है.
वहीँ अगर हायरसेकेण्डरी 12 वीं बोर्ड की बात करें तो पुरे राज्य में 90.7 % क़े साथ सरगुजा टॉप पर है और जशपुर 88.83% क़े साथ दूसरे नंबर पर है और संभाग में भी जशपुर दूसरे नंबर पर रहा है । संभाग क़े अन्य जिले सूरजपुर 87.71%,कोरिया 87.58%, बलरामपुर 85.55%, है।
दसवीं और बारहवीं क़े एजुकेशन का हब कहलाने वाले जिले बिलासपुर, रायपुर ,भिलाई दुर्ग का परीक्षा परिणाम जशपुर से काफ़ी कम है । जबकि आदिवासी बाहुल्य जिले सरगुजा एवं बस्तर संभाग क़े बच्चों ने बेहतरीन परिणाम दिया है । औद्योगिक नगरी रायगढ़ क़े छात्राओं ने 12 वीं टॉप टेन में शानदार प्रदर्शन दिखाया है 12 वीं बोर्ड परीक्षा में दुर्ग 20 वें रायपुर 23 वें बिलासपुर 14 वे नंबर पर है जबकि 10 वीं बोर्ड में परीक्षा में दुर्ग 24 वें रायपुर 25 वें बिलासपुर 21 वे नंबर पर है 10 वीं एवं 12 वीं में सबसे पीछे जिला गोरेला पेंड्रा रहा है.
जिले की इस शानदार प्रदर्शन में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान देने वाले यशस्वी जशपुर टीम के सदस्य संजीव शर्मा, और समस्त संकल्प शिक्षण संस्थान के शिक्षकों ने जिले के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों और उनके शिक्षकों तथा प्राचार्यों को बधाई देते हुए सुभकामना दी है।