Big Breaking jashpur : खिड़की का ग्रील तोड़,खुला आश्रय गृह से दो संरक्षित बालिकाएं हुई फरार, बार बार हो रही घटनाओं से सुरक्षा व्यवस्था पर उठाया जा रहा है सवाल, बालिकाओं की खोजबीन में जुटी पुलिस,,,,

 

जशपुर खुला आश्रय गृह में संरक्षित दो बालिका,खिड़की का ग्रील तोड़ कर,भाग निकली। सूचना पर पुलिस टीम,लापता हुई दोनों बालिकाओं की खोज में जुटी हुई है। जानकारी देते हुए जिला कल्याण अधिकारी शेखर यादव ने बताया कि एक दिन पहले ही चाइल्ड हेल्प लाइन के माध्यम से दोनो बालिका को खुला आश्रय गृह में लाया गया था। दोनो बालिका,घर में स्वजनों को बिना बताएं निकल गई थी। पतासाजी के दौरान उन्हें संरक्षित किया गया था।

उन्होनें बताया कि बीती रात 15 और 17 साल की बालिकाओं ने आश्रय गृह के बाथरूम के बगल में स्थित एक खिड़की के ग्रील को तोड़ कर,यहां से निकल गई। इस घटना के दौरान आश्रय गृह में एक प्रोजेक्ट कोर्डिनेटर,आउट रिच वर्कर और एक गार्ड की ड्यूटी लगाई गई थी। उन्होनें बताया कि आश्रय गृह में भगवान श्री गणेश की प्रतिमा स्थापित की गई है। ड्यूटीरत कर्मचारी,इसी पूजा की तैयारी में व्यस्त थे। इसका फायदा उठाते हुए,दोनों बालिकाओं ने ग्रील को तोड़ा। घटना की सूचना पर कोतवाली प्रभारी रविशंकर तिवारी और जिला स्तरीय समिति,आश्रय गृह पहुंची और यहां सुरक्षा व्यवस्था की पड़ताल की है।

जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले भी बाल संप्रेषण गृह से 5 बच्चों की निकल भागने की घटना हो चुकी है। इस घटना में विधि से संघर्षरत बालकों ने संप्रेषण गृह की खिड़की में लगी हुई ग्रील को लोहा काटने वाली आरी से काटा था। खुला आश्रय गृह में हुई घटना के बाद इस बात पर आश्चर्य जताया जा रहा है कि आखिर दो बालिकाओं ने लोहे के मजबूत सरिया को किस तरह हाथों से ही तोड़ दिया। जिला कल्याण अधिकारी यादव का कहना था कि खुला आश्रय गृह और बाल संप्रेषण गृह में सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।

रविशंकर तिवारी,कोतवाली प्रभारी ने बताया कि घटना की सूचना पर बालिकाओं की खोजबीन शुरू कर दी गई है। जल्द ही उन्हें संरक्षित कर,सीडब्लूसी को सौंप दिया जाएगा।’

 

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