द प्राइम न्यूज़ मुंगेली : दो नाबालिक लड़कियों को बरामद करने में मुंगेली पुलिस को सफलता मिली है, मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है आरोपियों द्वारा बहला-फुसलाकर अपहरण कर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था आपको बता दें पहला मामला लोरमी थाना क्षेत्र का है वही दूसरा मामला लालपुर थाना क्षेत्र का है जहाँ से इन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है,
इस संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार थाना लोरमी में प्रार्थी ने 22 सितम्बर 2018 को रिपोर्ट दर्ज करवाई की उसकी नाबालिग पुत्री को राजा पिता राधेश्याम साहू द्वारा बहला फुसलाकर अपने साथ ले गया है जिसपर पुलिस ने आरोपी के विरोध धारा 363, 366, 12 पाक्सों एक्ट के तहत् मामला दर्ज कर पता तलाश शुरू किया गया। प्रकरण की विवेचना के दौरान मुखबीर की सूचना से नाबालिक अपहृता को आरोपी राजा के कब्जे से ग्राम सरईसेत, लोरमी जिला मुंगेली में बरामद कर आरोपी को अभिरक्षा में थाना लाया गया। अपहृता का महिला पुलिस अधिकारी से कथन कराया गया एवं मामले में धारा 376 भा.द.वि. 4,6 पाक्सो एक्ट जोड़ी जाकर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। वही इस मामले की विवेचना एवं आरोपी को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी उपनिरीक्षक प्रमोद डनसेना, प्रधान आरक्षक बलराज सिंह, प्रधान आरक्षक नोखेलाल कुर्रे, आरक्षक आशीष सोनी, आरक्षक बलदेव सिंह राजपूत, आरक्षक शिवशंकर गोयल, आरक्षक नमित सिंह ठाकुर, आरक्षक नोहर डनसेना एवं महिला आरक्षक रजनी मोहले की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
वहीँ दूसरा मामला थाना लालपुर का है जहाँ प्रार्थी ने 26 मई को रिपोर्ट दर्ज करवाई की उसकी नाबालिक पुत्री को आरोपी रूपेश बंजारे ने बहला फुसला कर ले जाने की रिपोर्ट पर गुमशुदगी एवं धारा 363 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया गया एवं पता तलाश शुरू किया गया। प्रकरण में विवचेना के दौरान मुखबिरों की सूचना से नाबालिक अपहृता को आरोपी रूपेश बंजारे के कब्जे से इंद्रपुरी तिफरा जिला बिलासपुर में बरामद किया एवं आरोपी को अभिरक्षा में थाना लाया गया। अपहृता का महिला पुलिस अधिकारी से कथन कराया गया एवं मामले में धारा 366, 376 भा.द.वि. 4,6 पाक्सो एक्ट जोड़ी जाकर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।प्रकरण की विवेचना एवं आरोपी की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी उपनिरीक्षक सुरेन्द्र मिश्रा, उपनिरीक्षक महासिंह धुर्वे, प्रधान आरक्षक गुलाब सिंह राजपूत, आरक्षक प्रकाश कुंभकार, आरक्षक मोहित परस्ते, आरक्षक राजेन्द्र जांगड़े की महत्वपूर्ण भूमिका रही।