रायपुर: छत्तीसगढ़ के पूर्व डीजीपी और वर्तमान में ईओडब्लू और एसीबी के मुखिया आईपीएस डीएम अवस्थी 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। शुक्रवार को पुलिस विभाग में उनका अंतिम कार्यदिवस होगा। 86 बैच के आईपीएस अवस्थी को राज्य गठन के बाद छत्तीसगढ़ कैडर आवंटित हुआ था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यकाल संभालने के बाद उन्हें प्रदेश का डीजीपी नियुक्त कर दिया था।
आईपीएस अवस्थी ने रायपुर एसपी और आईजी के दायित्वों का भी निर्वहन किया है। अविभाजित मध्यप्रदेश के दौरान 23 साल की उम्र में वे आईपीएस के लिए चयनित हुए थे। साल 2000 में जब छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ, तो उन्हें छत्तीसगढ़ कैडर आवंटित किया गया, जिसके बाद वे पूरी तरह से छत्तीसगढ़िया ही हो गए थे।
उत्तरप्रदेश के कानपुर के रहने वाले डीएम अवस्थी तीन साल गुजरात में इंजीनिरियंग सर्विस में रहे। 23 साल की उम्र में 1986 में उनका आईपीएस में चयन हुआ। पुलिस एकेडमी हैदराबाद से ट्रेनिंग कंप्लीट होने के बाद सतना से उनका प्रोबेशन प्रारंभ हुआ। एसपी में रूप में उनका पहला जिला छिंदवाड़ा रहा। फिर रायगढ़। रायगढ से वे एआईजी इंटेलिजेंस बनकर भोपाल गए। इस पद पर वे तीन साल रहे।
इंटेलिजेंस के बाद उन्हें एसपी उज्जैन बनाया गया। छत्तीसगढ़ बनने से पहले सिर्फ एक पोस्टिंग उन्होंने रायगढ़ एसपी के तौर पर की थी। मगर राज्य के बंटवारे के बाद उन्हें छत्तीसगढ़ कैडर मिला तो फिर छत्तीसगढ़ के होकर रह गए। छत्तीसगढ़ में वे रायपुर के एसएसपी, रायपुर आईजी के पद पर रहे। वे चार साल तक इंटेलिजेंस चीफ रहे।
रमन सरकार की तीसरी पारी में इंटेलिजेंस से हटने के बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन का दायित्व संभाला। दिसंबर 2018 में जब कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार ने एएन उपध्याय को हटाकर डीएम अवस्थी को डीजीपी बनाया था। इस पद पर वे करीब तीन साल रहे। फिर उन्हें पुलिस प्रशिक्षण का डायरेक्टर बनाया गया। तीन महीने पहले उन्हें ईओडब्लू और एसीबी का डायरेक्टर बनाया गया था।