NES महाविद्यालय के कंप्यूटर साइंस विभाग में PGDCA एवं BCA के छात्र छात्राओं का विदाई कार्यक्रम हुआ आयोजित,प्राचार्या डॉ रक्षित ने कहा कम्प्यूटर शिक्षा आज की आवश्यकता है,,,

 

जशपुर -एन ई एस स्नातकोत्तर महाविद्यालय जशपुर के कंप्यूटर साइंस विभाग में PGDCA एवम BCA के वरिष्ठ छात्र छात्राओं के लिए विदाई का कार्यक्रम किया गया। विदाई समारोह कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विजय रक्षित ने सभी वरिष्ठ छात्र छात्राओं को उनके आगे के जीवन के लिए आशीर्वाद एवं शुभकामनाएं दी और कहा एन.ई.एस. से पीजीडीसीए कर छात्र छात्राएं कई क्षेत्रों में अच्छे पोस्ट में पदस्थ हैं कलेक्ट्रेट, बैंक, जिला चिकित्सालय, एवम कई प्राइवेट कंपनी में अपनी सेवा दे रहे हैं,डॉ. रक्षित ने इसे महाविद्यालय की उपलब्धि बतायी और बीसीए के छात्र छात्राओं के बड़े आईटी कंपनियों में प्लेसमेंट कराने की बात भी कही, छात्र छात्राओं से कहा मेरे अपने अनुभव के अनुसार, आपको अपने जीवन में बहुत सी कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। तो भी आप उनसे घबराना नहीं, और मजबूत आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ते जाना है, यह तुम्हारा विश्वास, साहस, धैर्य और कठिन परिश्रम ही है, जो तुम्हें भविष्य में आगे की ओर ले जाएँगे और तुम्हें उज्ज्वल भविष्य प्रदान करेंगे। मेरी शुभकामनाएं सदैव आपके साथ है।,

विदाई कार्यक्रम में महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. ए. के. श्रीवास्तव ने बताया कि टीचर स्टूडेंट का रिश्ता कैसा होना चाहिए उन्होंने कहा कि टीचर स्टूडेंट से और स्टूडेंट टीचर से सीखता और सिखाता है। आगे बताया कि वो अभी भी एक स्टूडेंट है जो हर दिन सीख ही रहे डॉ श्रीवास्तव ने टीचर के स्टूडेंट्स के लाइफ में रोल को बताया की सिर्फ टीचर का काम पढ़ना नहीं है या सिलेबस पूरा करना नहीं है छात्रों के जीवन को सही मार्ग देना ही शिक्षकों का कर्तव्य है,कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग की विभागाध्यक्ष सहा. प्राध्या. कु.अजीता कुजूर ने भी विभाग के वरिष्ठ छात्र छात्राओं को आगे के जीवन एवम उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया। विदाई कार्यक्रम में प्रोफेसर ए आर बैरागी, प्रो. जे आर.भगत,सहा. प्राध्या. रिजवाना खातून,सहा. प्राध्या.के के केरकेट्टा,सहा. प्राध्या.गौतम सूर्यवंशी , सहा. प्राध्या.प्रिंसी कुजूर,सहा. प्राध्या. लाइजिन मिंज,सहा. प्राध्या. वरुण श्रीवास एवं कंप्यूटर विभाग के श्री नितेश गुप्ता, वीणा पांडे, मंजुलता समस्त प्राध्यापक गण उपस्थित रहे।

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