जशपुर का देशदेखा पहाड़ी चार दिवसीय युवा उत्सव जशपुर जंबूरी का साक्षी बन रहा है, जो छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सतत प्रयासों से आयोजित हो रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जशपुर की संस्कृति, पर्यटन और युवा शक्ति को एक मंच पर लाना है, जिसमें देशभर के युवा विभिन्न सांस्कृतिक और साहसिक गतिविधियों में भाग ले रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा देशदेखा में युवाओं के लिए जशपुर जंबूरी का आयोजन 17 से 20 अक्टूबर 2024 तक किया जा रहा है।
कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अभिषेक कुमार के दिशा-निर्देश में जशपुर जंबूरी का आयोजन उत्सव के रूप में किया जा रहा है। उत्सव में पहला दिन 17 अक्टूबर 2024 को समारोह उद्घाटन, पारंपरिक नृत्य, चित्रकारी तकनीक सांस्कृतिक संगीत प्रदर्शन, शाम की लाइट परेड का आयोजन होगा। इसी तरह दूसरा दिन 18 अक्टूबर 2024 को योग और कल्याण सत्र, इंटरएक्टिव आर्ट इंस्टालेशन, स्थानीय थिएटर प्ले, खाद्य और शिल्प मेला, गाला डिनर, तीसरा दिन 19 अक्टूबर 2024 को बच्चों का गतिविधि मेला, फोटोग्राफी प्रदर्शनी, मिट्टी के बर्तनों की कार्यशाला, सांस्कृतिक संगीत प्रदर्शन, शाम नृत्य पार्टी एवं चौथा दिन 20 अक्टूबर 2024 को फैमिली फन डे, सामुदायिक कला और समारोह का समापन किया जाएगा।
यह आयोजन न केवल जशपुर की प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित कर रहा है, बल्कि युवाओं के बीच आपसी संवाद और सहयोग को बढ़ावा देने का भी एक अनूठा प्रयास है। युवाओं को एडवेंचर स्पोर्ट्स, जैसे क्लाइम्बिंग और नैचरल वॉक जैसी गतिविधियों में भाग लेने का अवसर मिल रहा है।
रायगढ़ के रोशन सिंह ने कहा जशपुर की खूबसूरती देख कर बहुत अच्छा लगा और साहसिक खेलों में भाग लेने का मौका मिलना एक बेहतरीन अनुभव रहा। रांची की दीपिका रानी ने भी जशपुर के प्राकृतिक सौंदर्य की प्रशंसा करते हुए कहा यहां की खूबसूरती अभिभूत करने वाली है।
कार्यक्रम में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की भी उपस्थिति रही, जिनमें आकाश गुप्ता, सिद्धांत दुबे और मयंक कर्रा जैसे नाम प्रमुख हैं। इसके साथ ही स्थानीय संगठन जशप्योर, ट्रीपी हिल्स और प्लेस ऑफ पॉसिबिलिटी ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जशपुर जंबूरी के इस आयोजन ने साबित कर दिया है कि यह क्षेत्र न केवल अपनी सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाएगा, बल्कि युवाओं के रोमांच और एकता का प्रतीक भी बनेगा।