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फिर उठा,पहाड़ी कोरवाओं के जमीन का विवाद,दबंगो ने जबरन किया कब्जा,पुलिस पर चालीस हजार रुपए वसूली का आरोप

 

जशपुर नगर द प्राइम न्यूज नेटवर्क। पहाड़ी कोरवाओं के जमीन का विवाद फिर खड़ा हो गया है। मनोरा तहसील के हर्रापाठ का मामला है। कोरवाओं ने इसकी शिकायत कोरवा समाज के संरक्षक के प्रबल प्रताप सिंह जुदेव से की है। पीड़ित भी स्वामी एतवा राम पिता नान्हू राम ने बताया कि इन गांव में उनके पुरखो के नाम से 7 एकड़ जमीन है। बीच मे वह परिवार सहित ओडिसा चले गए थे। इस दौरान उनकी जमीन की देखभाल गांव के ही नोवल मिंज कर रहे थे। ओडिसा से वापस आने पर जब जमीन देखने के लिए गए तो यहां गांव के परखीतो,रमपतिया और लक्ष्मी बाई ने 1 एकड़ पर कब्जा कर लिया है।

पीड़ितों का मुताबिक परखितो ने फसलों की देख रेख के लिए छोटी सी झोपड़ी निर्माण के लिए अनुमति मांगी थी। लेकिन बाद में इन्होंने पूरा मकान बना लिया। पीड़ितों के मुताबिक जब उन्होंने जमीन खाली करने के लिए कहा तो तीनों ने मिल कर उन पर डंडे से हमला कर दिया। इस घटना में पहाड़ी कोरवा नन्दू राम,बुतरू राम और शंकर राम को चोट आई थी। इसकी शिकायत पीड़ित पहाड़ी कोरवाओं ने सोनकयारी चौकी में कराया था। लेकिन पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं कि है।

पहाड़ी कोरवाओं का आरोप है कि मामले को निबटाने के लिए सोनकयारी चौकी के तत्कालीन मुंशी ने 40 हजार रुपए लिए थे। रुपये जुटाने के लिए पूरी बस्ती के पहाड़ी कोरवाओं ने आपस मे चंदा किया था। इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका पर इसलिए भी सवाल उठ रहा है विवादित जमीन पर निर्माण कार्य के विरुद्ध मनोरा के तहसीलदार ने स्थगन आदेश भी जारी किया था,लेकिन इसका पालन भी पुलिस नहीं करा पाई,जबकि इसकी आदेश की कॉपी चौकी को भी तहसील कार्यालय से सीधे चौकी को भेजा गया था।

जानकारी के लिए बता दें कि इसी गांव के चार पहाड़ी कोरवा से जमीन खरीदी मामले को लेकर जम कर विवाद हुआ था। जिले के तत्कालीन प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत तक इस विवाद की आंच पहुँची थी। इसके बाद ही पहाड़ी कोरवाओं की जमीन वापस कर दी गई थी।

‘कांग्रेस के शासन काल मे अति पिछड़ी पहाड़ी कोरवा जनजाति पर अत्याचार किया जा रहा है। हरापाठ से फिर पहाड़ी कोरवा आये हुए है। इनकी जमीन पर जबरन कब्जा कर मारपीट की गई है। इसकी कड़ी आलोचना करता हु।

प्रबल प्रताप सिंह जुदेव,प्रदेश मंत्री,भाजपा

मामले में दोनों पक्षो की ओर से एफआईआर दर्ज किया गया है। कार्रवाई की जा रही है। स्थगन आदेश के बाद,निर्माण कार्य रुकवा दिया गया है। रुपये मांगे जाने की शिकायत नही मिली है।
विपिन किशोर केरकेट्टा,चौकी प्रभारी,सोनकयारी।

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