⬛ जिला पुलिस मुंगेली द्वारा स्कूलों में चलाया जा रहा है ,उड़ान ‘‘सामर्थ्य का, हौसले का, जागरूकता कार्यक्रम।
⬛ शासकीय हाई स्कूल भठगांव एवं शासकीय हाई स्कूल भालापुर में दी गई बच्चों को महिलाओं एवं बच्चों से संबंधित कानूनों, गुडटच-बैडटच, अभिव्यक्ति एप, आत्मरक्षा के गुर, साईबर अपराधों एवं यातायात नियमों के संबंध में जानकारी।
⬛ यातायात की टीम द्वारा भी किया गया बच्चों को जागरूक।
जिला पुलिस मुंगेली ने “उड़ान सामर्थ्य का, हौसले का” जागरूकता अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के माध्यम से, जिला पुलिस मुंगेली ने बाल सुरक्षा, विकास, और अभिव्यक्ति के विभिन्न पहलुओं को समेटने का प्रयास किया है। अभियान का मुख्य उद्देश्य बच्चों को संज्ञान में लाना है कि उनके अधिकार क्या हैं, वे अपराधों से कैसे बच सकते हैं और उनकी आवाज को कैसे उठाएं।
इस अभियान के अंतर्गत, जिला पुलिस मुंगेली ने स्थानीय हाई स्कूलों में जाकर बच्चों को जागरूक किया है। एक टीम ने थाना मुंगेली के अधिकारियों, यातायात टीम के सदस्यों, समाज सेविकाओं और पुलिस अधिकारियों के सहयोग से स्थानीय हाई स्कूलों में जाकर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया।
जिला पुलिस मुंगेली द्वारा बाल सुरक्षा एवं विकास तथा अभिव्यक्ति के विभिन्न आयामों को शामिल कर ‘‘उड़ान सामर्थ्य का, हौसले का’’ जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में दिनांक 13 जुलाई को थाना मुंगेली एवं यातायात की टीम द्वारा संयुक्त रूप से शासकीय हाई स्कूल भटगांव में जाकर बालक-बालिकाओं को जिला पुलिस मुंगेली द्वारा चलाये जा रहे उड़ान अभियान के सभी बिन्दुओं पर जागरूकता लाने हेतु विस्त़त जानकारी दी गई।
इस अवसर पर सहायक उपनिरीक्षक श्रीमती रामकुमारी यादव ने बच्चों को बच्चों को बच्चों एवं महिलाओं से संबंधित कानूनी अधिकार तथा अपराधों की जानकारी, अभिव्यक्ति एप, गुडटच-बैडटच की जानकारी देकर जागरूक किया। प्रधान आरक्षक मुकेश यादव ने बच्चों को यातायात संबंधी नियमों एवं कानूनों की जानकारी देकर जागरूक किया, महिला आरक्षक बबिता श्रीवास ने बच्चों को विपरित परिस्थितियों में बचने के लिये आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए बच्चों को जागरूक किया, साथ ही जिला पुलिस मुंगेली बच्चों की बौध्दिक एवं शारीरिक विकास हेतु चलाये जा रहे बज्जर मुंगेली अभियान के बारे में भी जानकारी दी गई। इस अवसर पर स्कूल के प्राचार्य एवं शिक्षकगण, बच्चें उपस्थित रहे।
इसी प्रकार दिनांक 14 जुलाई को जिला पुलिस मुंगेली द्वारा फास्टरपुर क्षेत्र में शासकीय हाई स्कूल भालापुर में जाकर उड़ान जागरूकता अभियान की विस्तृत जानकारी दी गई। जिसमें उप पुलिस अधीक्षक श्रीमती साधना सिंह ने बच्चों को महिलाओं एवं बच्चों से संबंधित कानूनी अधिकार तथा अपराधों की जानकारी, पॉक्सो एक्ट, अभिव्यक्ति एप के संबंध में विस्तृत जानकारी, गुडटच-बैडटच की जानकारी, कैरियर गाईडेंस की जानकारी देकर जागरूक किया, साथ ही पुलिस विभाग के कार्यप्रणाली से भी अवगत कराया। उपनिरीक्षक संजीव ठाकुर ने बच्चों को यातायात संबंधी नियमों एवं कानूनों की जानकारी देकर सदैव यातायात नियमों का पालन करने हेतु जागरूक किया। महिला आरक्षक बबिता श्रीवास ने बच्चों को विपरित परिस्थितियों में बचने के लिये आत्मरक्षा के गुर सिखाये। इस अवसर पर समाज सेविका जया गुप्ता भी सम्मिलित हुई, जिन्होंने बच्चों को समाज से जुड़ने, बढ़ते साईबर अपराधों के प्रति बचाव, जीवन में खेलों के महत्व को बताया।
इस अवसर पर सहायक उपनिरीक्षक यशवंत रापजूत, प्रधान आरक्षक रामफल साहू, आरक्षक बृजेश प्रधान एवं स्कूल के प्राचार्य, शिक्षकगण तथा स्कूल के बच्चे उपस्थित रहे।
जाने मुंगेली पुलिस के अभियान के बारे में
मुंगेली पुलिस द्वारा शुरू किए गए “उड़ान सामर्थ्य का, हौसले का” जागरूकता अभियान का समाज, देश, और जिला पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ेगा। यह अभियान बच्चों के संरक्षण और विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा और सामाजिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाएगा।
1. संवेदनशील समाज का निर्माण: जागरूकता अभियान के माध्यम से, बच्चों को उनके अधिकारों की पहचान होगी और वे अपने अधिकारों की रक्षा करने के लिए सक्षम होंगे। सामाजिक सुरक्षा के मानवीय अधिकारों का सम्मान करने और उनकी सुरक्षा करने के लिए समाज में संवेदनशीलता का माहौल विकसित होगा।
2. अपराध प्रतिरोध की बढ़ती हुई जागरूकता: अभियान के माध्यम से, बच्चों को अपराधों से बचने के लिए समय रहते जागरूक होने की जानकारी मिलेगी। यह उन्हें सुरक्षित और सुरक्षित आदतों के साथ अपने दैनिक जीवन को जीने के लिए प्रेरित करेगा। साथ ही, इससे अपराधों की रोकथाम में मदद मिलेगी और सामाजिक सुरक्षा में सुधार लाएगी।
3. बाल सुरक्षा में सुधार: अभियान के जरिए, मुंगेली पुलिस बाल सुरक्षा के महत्वपूर्ण मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाएगी। बच्चों को उनके अधिकारों की जानकारी, उनकी सुरक्षा के तरीकों की पहचान, और अपराधों की रिपोर्ट करने की प्रक्रिया का पता चलेगा। इससे बाल सुरक्षा में सुधार होगा और अपराधों के खिलाफ लड़ाई मजबूत होगी।
4. जिले की पुलिस-जनता संबंधों में सुधार: इस अभियान के माध्यम से, जिला पुलिस मुंगेली जनता के बीच एक संपर्क स्थापित करेगी। इससे जनता को विश्वास होगा कि पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर और उपलब्ध है। इससे सामाजिक सुरक्षा में विश्वास बढ़ेगा और जनता का सहयोग पुलिस के साथ मजबूत होगा।
5. राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव: “उड़ान सामर्थ्य का, हौसले का” जागरूकता अभियान एक ऐसी पहल है जो अन्य राज्यों और क्षेत्रों में भी प्रेरित करेगी। इसका सफल प्रदर्शन
समाज के बाकी हिस्सों में भी उच्च स्तर की सुरक्षा और जागरूकता की प्राप्ति में मदद करेगा। यह अभियान बच्चों के हकों की प्रतिष्ठा करने, उनकी सुरक्षा करने, और उनके विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है जिससे समाज और राष्ट्र का उद्धार हो सकता है।