जशपुरनगर,द प्राइम न्यूज नेटवर्क। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने झीरम घाटी मामले में राज्यपाल को सौपें गए रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की है। रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस द्वारा जताई जा रही आपत्ति पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विष्णुदेव साय ने एक बयान में कहा कि विपक्ष में रहने के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल,झिरम मामले में सबूत जेब में होने का दावा किया करते थे। लेकिन तकरीबन सात साल तक चले न्यायिक जांच के दौरान वे आयोग के सामने,सबूत पेश नहीं कर पाएं। अब,आयोग ने जब अपनी रिपोर्ट राज्यपाल को सौंप दी है तो कांग्रेस बेवजह की राजनीति कर रही है। उन्होनें रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस के बौखलाहट पर आश्चर्य करते हुए,रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे छत्तिसगढ़ की जनता को वास्तविकता की जानकारी मिल सकेगी और पूरा मामला साफ हो जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि 25 मई 2013 को बस्तर के झिरम घाटी में नक्सलियों द्वारा घात लगा कर किए गए हमले में कांग्रेस के आला नेता महेन्द्र कर्मा,नंदकुमार पटेल,विद्याचरण शुक्ल सहित कई नेता और सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। इस भीषण नरसंहार घटना की जांच के लिए प्रदेश सरकार ने जस्टिस प्रशांत मिश्रा की अध्यक्षता में न्यायिक जांच आयोग का गठन किया था। इस आयोग ने एक दिन पहले ही राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके को रिपोर्ट सौंपी है। इसके बाद से ही मामले को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच बयानबाजी का दौर चल रहा है।