Breaking Jashpur : महंगाई पहले डायन थी, भाजपा सरकार में अब महंगाई डार्लिंग हो गई है :- यूडी मिंज बढ़ती महंगाई और मोदी सरकार की गलत नीतियों के विरोध में कांग्रेस ने किया पत्रकारवार्ता

जशपुर द प्राइम न्यूज़ नेटवर्क: छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेट महंगाई के विरोध चलाये जा रहे जन जागरण अभियान के तहत जशपुर जिले के प्रभारी वासुदेव यादव, एनएसयूआई के सोशल मीडिया राष्ट्रीय अध्यक्ष आदित्य भगत ,संसदीय सचिव छत्तीसगढ़ शासन यूडी मिंज ने आज कुनकुरी में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।उक्त कार्यक्रम में जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज सागर यादव, जनपद अध्यक्ष अंजना मिंज, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष एस इलियास,नगर पंचायत कोतबा अध्यक्ष बीरेंद्र एक्का, नगर पंचायत अध्यक्ष अजेम टोप्पो, कुनकुरी विधानसभा अध्यक्ष सन्तोष पिंटू यादव, सहस्त्रांशु पाठक,गजेंद्र जैन, मुरारी लाल अग्रवाल, हिरुराम भगत,तथा अन्य पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।

एनएसयूआई के सोशल मीडिया राष्ट्रीय अध्यक्ष आदित्य भगत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण देश में बढ़ती बेतहाशा महंगाई के विरोध में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर चलाये जा रहे जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष माननीय मोहन मरकाम जी के निर्देशानुसार महंगाई के मुद्दे को प्रभावी ढंग से आम जनता के बीच पहुंचाने के उद्देश्य से 18 से 22 नवम्बर 2021 के बीच प्रदेश के समस्त जिला मुख्यालयों में पत्रकारवार्ता का आयोजित कर आम जन तक मीडिया के माध्यम से महंगाई को पहुंचाया जा रहा है। मोदी सरकार ने चंद उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के लिये योजना बनाया उसका क्रियान्वयन किया । देश में बिकने वाली दालें और खाद्य तेल का 70 प्रतिषत हिस्सेदारी सिर्फ एक ही उद्योगधराने अडानी का है । देश में उत्पादित कोयले का अधिकांश एकाधिकार प्रत्यक्ष – अप्रत्यक्ष तौर पर अडानी का है ।मोदी सरकार आने के बाद महंगाई कितनी बढ़ी है । इसकी तस्वीर तब बनाम अब आपके सामने है आप खुद मनन करिये । 2013 यूपीए | 2021 भाजपा सरकार में सरसो तेल सोयाबीन तेल सूरजमुखी तेल मूंगफली तेल प्याज शक्कर ,चना दाल उड़द की दाल मूंग दाल अरहर दाल आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि हुई।

जशपुर जिले केकांग्रेस प्रभारी वासुदेव यादव ने कहा कि मोदी सरकार के गलत नीतियों के कारण बढ़ी महंगाई बढ़ी है । देश की जनता पर , मोदी प्रायोजित आपदा बहुत हुई महंगाई की मार , आओ बदलें मोदी सरकार, मोदी सरकार की अकर्मण्यता और मुनाफाखोरी वाली नीति के कारण देश की जनता महंगाई से परेशान है , बदहाल है । उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से रोजमर्रा के समानों की कीमत दुगुनी हो गयी है महंगाई देश की जनता पर मोदी सरकार प्रायोजित आपदा है । इससे साबित हो रहा है कि मोदी और उनकी सरकार की प्राथमिकता में गांव , गरीब , किसान , मजदूर , आम आदमी है ही नहीं मोदी सरकार ने आम आदमी को राहत देने के लिये कभी कोई योजना नहीं बनाया। महंगाई बढ़ने के जो 5 महत्वपूर्ण कारण है जो सीधे – सीधे मोदी सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन से बने है ।बिना सोच विचार किये नोटबंदी लागू किया गया जिसका दुष्परिणाम यह हुआ देष की अर्थव्यवस्था पट्री से उतर गयी उद्योग धंधे व्यापार चौपट हो गये जो आज तक नहीं सुधरे जिसके कारण महंगाई बढ़ी । जीएसटी मोदी सरकार के द्वारा कई स्लैब में लागू की गई जीएसटी जिसके चलते अनेक वस्तुओं पर अतार्किक करारोपण किया एवं वस्तुओं के दाम बढ़ गये ।केंद्र सरकार का आर्थिक कुप्रबंधन महंगाई बढ़ाने का बड़ा कारक सिद्ध हुआ असंगत करारोपण बेतहाशा एक्साइज टैक्स के कारण डीजल – पेट्रोल के दाम बढे जो महंगाई को बढ़ाने में बड़ा कारण बना । श्री यादव ने कहा कि निजी क्षेत्र को बढ़ावा देने वाली नीति के कारण सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां हतोत्साहित हुई महंगाई बढ़ी । विदेश नीति की असफलता मोदी सरकार पडोसी राज्यों से बेहतर तालमेल बनाने में असफल साबित हुई जिसके कारण पड़ोसी राज्यों से आयात हो कर आने वाली सामाग्रियों के दाम बढे , महंगाई बढ़ी ।

संसदीय सचिव यूडी मिंज ने कहा कि केंद्र सरकार ने महंगाई और बेरोजगारी के रूप में देश को दो बड़े धोखे दिए हैं। खाने पीने की वस्तुएं महंगी हो गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते थे अबकी बार महंगाई पर वार, अब वह चुप बैठे हैं।उन्होंने कहा कि महंगाई पहले डायन थी केंद्र की भाजपा सरकार में अब महंगाई डार्लिंग हो गई है।उन्होंने कहा कि हालीवुड फिल्म अनाकोंडा में एक विशालकाय सांप हर छोटे-बड़े जीव को निगल जाता था. वर्तमान परिदृश्य में महंगाई भी भारत के लिए अनाकोंडा की तरह हो गई है. महंगाई की बढ़ती हुई दर भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि को खासा परेशान कर रही है।खाद्य वस्तुओं की खुदरा महंगाई पिछले साल मई के रिकॉर्ड उछाल हुआ है. मांस,अंडे, दलहन और खाद्य तेल खास तौर पर महंगे हुए. खाद्य तेलों में मूंगफली, सरसों, वनस्पती, सोयाबीन, सूरजमुखी और ताड़ जैसे खाद्य तेल भी 30% तक महंगे हो गए हैं 30.8 फीसद की रिकॉर्ड महंगाई दर्ज की गई.दाल के दाम 15 फीसद ऊंचे हुए हैं।

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