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जशपुर : शहर के बस स्टैंड में एजेंटो के झगड़े आम हो गए है, ऐसे ही एक मामूली से झगड़े ने एक बुजुर्ग की जान ले ली, ऐसे ही एक मामूली से हुए विवाद पर एक बस एजेंट ने एक 60 वर्ष के बुजुर्ग को झापड़ मार दिया, झापड़ इतना जबरदस्त था कि बुजुर्ग वही मूर्छित होकर गिर पड़ा, जिसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया जहाँ बुजुर्ग की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई, वहीं मामले में आरोपी एजेंट गोविंद प्रधान उर्फ भोला को सिटी कोतवाली पुलिस ने चंद घंटे में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है,
पुलिस अधीक्षक शशि मोहन सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जशपुर सिटी कोतवाली क्षेत्र के बनिया टोली के रहने वाले किशन कुमार गुप्ता ने शुक्रवार को सिटी कोतवाली में में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह गुरुवार को किसी कार्य से झारखंड के गुमला गया हुआ था, रात करीबन 9 बजे घर वापस घर आया तो उसकी माॅं ने उसे बताया कि शाम लगभग 4 बजे इसके पिता नंद कुमार गुप्ता को बस स्टैंड जशपुर में गोविन्द प्रधान उर्फ भोला मारपीट किया है,” जिससे उनके सिर एवं नाक से खून निकला है, अस्पताल में भर्ती हैं, जसके बाद वह अपनी माॅं को लेकर जिला अस्पताल गया या तो देखा कि उनके पिता को आक्सीजन लगा था, बातचीत नहीं कर रहे थे, उनके सिर, माथा में चोंट लगकर खून निकला था।
जिसके बाद वह रात लगभग 10ः30 बजे वह बस स्टैंड जाकर अन्य बस एजेंटों से अपने पिता के बारे में पूछा तो वे बताये कि “शाम लगभग 4 बजे तुम्हारे पिता ने गोविन्द प्रधान उर्फ भोला के पहने हुये चश्मा को खींचकर निकाल दिया था जिससे गोविन्द प्रधान उर्फ भोला नाराज होकर विवाद करते हुये झापड़ से मारा जिससे वे गिर गये जिससे उनके सिर, माथा में चोंट आकर खून बहने लगा” घायल को तत्काल ईलाज हेतु अस्पताल भेजा गया था। ईलाज के दौरान शुक्रवार सुबह नंद कुमार गुप्ता की मृत्यू हो गई। पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी गोविन्द प्रधान उर्फ भोला के विरूद्ध धारा 302 के तहत अपराध दर्ज कर लिया,
उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपी की पता तलास सुरु की ओर आरोपी बस एजेंट गोविन्द प्रधान उर्फ भोला को चंद घंटे में हिरासत ले लिया में वही पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने घटना को करना स्वीकार किया। पुलिस ने आरोपी एजेंट गोविन्द प्रधान उर्फ भोला उम्र 45 साल निवासी बिरसामुंडा चौक जशपुर को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
प्रकरण की विवेचना कार्यवाही एवं आरोपी की गिरफ्तारी में निरीक्षक रविशंकर तिवारी, स.उ.नि. ईष्वर प्रसाद वारले, आर. बसंत खुंटिया, न.सै. रवि डनसेना, न.सै. थानेष्वर देशमुख का सराहनीय योगदान रहा है।