कांग्रेस पार्टी आदिवासियों के बीच में करवा रही है वर्ग संघर्ष प्रेमसाय सिंह टेकाम के ऊपर दबाव डालकर उनसे लिया गया इस्तीफा : बृजमोहन।

 

पत्रकारों से विभिन्न विषयों पर चर्चा करते हुए विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल जी ने कहा की प्रेमसाय सिंह टेकाम ने अपनी मर्जी से शिक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा नहीं दिया है बल्कि उनके ऊपर दबाव डालकर उनसे मंत्री के पद से इस्तीफा लिया गया है। तत्कालीन मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ के एक वरिष्ठ नेता जो मध्य प्रदेश के समय में भी मंत्री रह चुके हैं यह उनका तथा संपूर्ण आदिवासी समाज का पूरे अनुसूचित जनजाति समाज का अपमान है।

 

बृजमोहन अग्रवाल ने सिहदेव को उपमुख्यमंत्री बनाने पर कहा कि 2 दिन की चांदनी फिर वही अंधेरी रात, यह कांग्रेस के द्वारा वरिष्ठ नेताओं को दिया जा रहा धोखा है, छलावा है और अपने निजी स्वार्थ के लिए दो-तीन महीने हेतु पद को अपनाने वाले टीएस बाबा जी, दीपक बैज जी ये अपने समाज का अपमान कर रहे हैं व छत्तीसगढ़ का अपमान कर रहे हैं और कांग्रेस को इससे कोई फायदा नहीं होगा।

 

छत्तीसगढ़ में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के लगातार हुए दौरे पर पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए बृजमोहन अग्रवाल जी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नवंबर में हो रहे चुनाव के मद्देनजर, चुनाव हेतु रणनीति बनाने, चुनाव जीतने, भाजपा संगठन को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं में नई जोश और उमंग भरने के लिए छत्तीसगढ़ के शीर्ष नेतृत्व का छत्तीसगढ़ में दौरा जारी है। इस तारतम्य में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का, अमित शाह जी का, छत्तीसगढ़ प्रभारी ओम माथुर जी का व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री एवं नवनियुक्त चुनाव सह-प्रभारी श्री मनसुख मंडविया जी का दौरा छत्तीसगढ़ में हुआ है। इस तरह आने वाला समय भारतीय जनता पार्टी का व छत्तीसगढ़ का होगा।

 

भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की टिप्पणी का जवाब देते हुए अग्रवाल जी ने कहा कि भूपेश बघेल अपनी स्थिति देखें कांग्रेस पार्टी का विश्वास उन पर खत्म हो चुका है कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि आने वाले चुनाव सामूहिक नेतृत्व में लड़ा जाएगा ना कि भूपेश बघेल के चेहरे पर कांग्रेस में उनकी स्थिति अब समाप्त हो चुकी है वह केवल अपनी इज्जत बचाने के लिए ऐसी बातें कर रहे हैं।

 

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब समाप्ति की ओर है। भ्रष्टाचार पूरे देश में बहुत बड़ा मुद्दा बना हुआ है और कांग्रेस की छत्तीसगढ़ की सरकार भ्रष्टाचारियों की सरकार है। ईडी ने यहां 2000 करोड रुपए शराब घोटाले में, 500 करोड़ रुपए कोयले के घोटाला पकड़े गए हैं। आने वाले समय में डीएमएफ घोटाला, रेत घोटाला, जंगल घोटाला, जमीन घोटाला की जांच होगी। कांग्रेस पार्टी का कोई भी नेता बचने वाला नहीं है क्योंकि ये सभी इन घोटालों में सम्मिलित है।

 

कांग्रेस द्वारा मोहन मरकाम को पद से हटाना प्रेमसाय सिंह टेकाम को पद से हटाना यह प्रदर्शित करता है कि कांग्रेस आदिवासी विरोधी, वनवासी विरोधी व अनुसूचित जनजाति विरोधी पार्टी है।

 

छत्तीसगढ़ में एक आदिवासी को पद से हटाकर दूसरे आदिवासी को पद सौंपना भी यह प्रदर्शित करता है कि कांग्रेस पार्टी, अंग्रेजों की फूट डालो और राज करो की राजनीति कर रही है। बस्तर के वरिष्ठ आदिवासी नेता मोहन मरकाम को हटाकर दूसरे आदिवासी नेता सांसद दीपक बैज को पद देकर कांग्रेस आदिवासीयों में आपस में संघर्ष करवा रहे हैं।

 

पहले आदिवासियों को आरक्षण के नाम पर ठगा गया कि उन्हें 78% में 32% आरक्षण दिया जाएगा और अब आदिवासी नेता मोहन मरकाम को प्रेमसाय सिंह टेकाम को पद से हटाकर आदिवासी समाज का अपमान कर रहे हैं आदिवासियों को लड़ा कर कांग्रेसी अपना हित साधना चाह रही है और आदिवासियों की शोषक पार्टी है कांग्रेस।

 

टीएस बाबा को कांग्रेस ने उपमुख्यमंत्री बनाया, उन्होंने किसी पिछड़े वर्ग के नेता को या अनुसूचित जनजाति के नेता को मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया? यह भी प्रदर्शित करता है कि कांग्रेस पार्टी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व पिछड़ा वर्ग का शोषण करने वाली पार्टी है और यह राजा-महाराजाओं की पार्टी है।

 

टीएस बाबा पर तंज कसते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि साढ़े चार साल तक अपमान सहकर अपना एक विभाग छोड़कर चार महीने के लिए उपमुख्यमंत्री बनने के लालच में आने वाले दब्बू राजा भी हमने कभी नहीं देखा।

 

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है इसीलिए कांग्रेस ने भूपेश बघेल से कमान छीन कर अब अपने नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है और कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को छत्तीसगढ़ की समझ नहीं है। यहां की 30% आबादी आदिवासी समाज की है अनुसूचित जनजाति की है उनका अपमान कांग्रेस ने किया है। 2023 के चुनाव में छत्तीसगढ़ का पिछड़ा वर्ग अनुसूचित जाति वर्ग अनुसूचित जनजाति वर्ग सभी कांग्रेस को सबक सिखाएगी।

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