पागल कुत्ते के गले में फंदा फंसाने में पालिका आमले पसीने के छूट गए. बैलाडीला की आम जनता ने राहत की सांस ली है. सुबह से ही पागल कुत्ते के चलते दहशत का माहौल था. किरंदुल नगर पालिका सीएमओ सुनील जैन ने की त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए थे. किरंदुल थाना क्षेत्र का मामला है.
क्या मौत की सजा ही बेहतर विकल्प।
किसी पागल कुत्ते को मौत के घाट उतारना ही क्या बेहतर विकप्ल ? रोड में आवारा कुत्ते अक्सर घूमते रहते है. वहीँ कुछ ऐसे मामलें भी सामने आए जिनमें छोटे बच्चों को कुत्तों के झुंड या पागल कुत्ते ने मौत के घाट उतार दिया. लेकिन प्रशासन ने कुत्ते को ही इस मामलें में मौत दे दी. अब ऐसे में PETA जैसी संस्था कुछ करती है या नहीं, यह सवाल है.