व्यक्ति में समाहित क्षमताओं को बाहर लेकर आने की कुंजी है शिक्षा: राष्ट्रपति।

 

नई दिल्ली: राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु को हैदराबाद में केशव मेमोरियल एजुकेशनल सोसाइटी के छात्रों एवं संकाय सदस्यों को संबोधित किया। अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि शिक्षा ऐसा आधार है, जिस पर एक राष्ट्र का निर्माण होता है। शिक्षा किसी भी व्यक्ति में समाहित क्षमताओं को बाहर ले आने की कुंजी है। उन्होंने केशव मेमोरियल एजुकेशनल सोसाइटी के विस्तार पर प्रसन्नता व्यक्त की। 1940 में इस समिति की शुरुआत एक छोटे से स्कूल के साथ हुई थी। अब यह नौ अलग-अलग कॉलेजों के साथ एक प्रमुख शैक्षिक केंद्र के रूप में उभरा है। यहां 11,000 से अधिक छात्र नामांकित हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की सफलता में बढ़ोतरी न्यायमूर्ति केशव राव कोराटकर के आदर्शों को श्रद्धांजलि है। उन्हीं की स्मृति में इस समिति की स्थापना की गई थी। पढ़ाई के महत्व पर बल देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि पढ़ने की आदत आत्म-विकास के सबसे प्रभावी साधनों में से एक है। यह एक ऐसा कौशल है, जो जीवन भर छात्रों की सहायता करेगा। उन्होंने छात्रों से समझ में सुधार करने तथा अपने दृष्टिकोण को व्यापक बनाने के लिए पढ़ाई को अधिक महत्व देने का आग्रह किया।

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