बेमेतरा : द प्राइम न्यूज़ 24 नेटवर्क : – जिला में लगातार हो रहे अघोषित बिजली के विरोध में किसानों ने बेमेतरा बिजली कंपनी के कार्यपालन यंत्री को लालटेन भेंट किया । किसानों ने किसान नेता योगेश तिवारी की अगुवाई में बिजली दफ्तर में प्रदर्शन प्रदर्शन किया ।
किसान नेता योगेश तिवारी की अगुवाई में किसानों ने बिजली दफ्तर में किया प्रदर्श
किसान नेता योगेश तिवारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में अघोषित बिजली कटौती से ग्रामीण व किसान परेशान है । एक ओर जहां ग्रामीणों का दैनिक दिनचर्या प्रभावित हुआ है वही कसानों को कृषि कार्य में बाधा आ रही है । अटल ज्योति योजना में महज कुछ घंटे ही किसानों को बिजली मिल रही है जो कृषि कार्य के लिए नाकाफी साबित हो रही है । इस दौरान निखिल जैन, बबलू शर्मा, राजेश मारकंडे, दीपक तिवारी, गिरीश गबेल, मनोज पटेल, जगन्नाथ, मनोज दुबे, संतोष साहू, मनोज यदु, अजय मिश्रा, राजू यदु, पीयूष शर्मा, रवि पटेल, किशन पटेल, धनराज, अनिल, मोनू पाल, जगरा खंड, देवनाथ साहू, ईश्वर वर्मा, दीपेश साहू, कमलेश साहू, महेश यादव, महेश, अरिजीत लहरें, देव कुमार, राजेश निषाद ,राज निषाद, गणेश साहू, किशन साहू, गोपीचंद पाल, नागेश वर्मा, संतोष लहरे, रानू वर्मा, सानू साहू, अमन शर्मा, बसंत शर्मा, रघुराज यादव, शिवम तिवारी उपस्थित थे ।
ग्रामीणों को लालटेन युग की आने लगी याद
किसान नेता ने कहा कि विभाग के अधिकारियों को बार बार आग्रह किए जाने के बावजूद समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है । फाल्ट ढूंढने के नाम पर गांव में कई दिनों तक बिजली आपूर्ति ठप कर दी जाती है, इसलिए मुख्यमंत्री, विधायक व बिजली कंपनी के उच्च अधिकारी के नाम पर बेमेतरा बिजली अधिकारी को लालटेन भेंट कर समस्या के निराकरण की मांग की गई है । शासन प्रशासन के बेपरवाही से ग्रामीण लालटेन युग की ओर लौट रहे हैं । गांवों में कई दिनों तक बिजली आपूर्ति ठप रहने के कारण ग्रामीणों को फिर से लालटेन की याद आने लगी है । छत्तीसगढ़ में सरप्लस बिजली होने के बावजूद ऐसी स्थिति दुखद है और इससे कांग्रेस सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे है ।
किसानों को लाखों रुपए बिजली बिल थमाए जा रहे
किसान नेता योगेश तिवारी ने बताया कि ने बताया कि कांग्रेस सरकार की घोषणा अनुसार बिजली बिल हाफ की बात की गई थी। बिजली बिल हाफ का वादा पूरा करना तो दूर, किसानों और आमजनों को लाखों रुपए बिजली बिल थमाए जा रहे हैं । इस संबंध में कई बार शिकायत के बावजूद निराकरण की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहे हैं । अधिकारियों से जल्द समस्या के निराकरण की मांग करने पर मैन पावर की कमी का हवाला देकर पल्ला झाड़ लेते हैं । ऐसी स्थिति में दिनोंदिन किसानों की परेशानी बढ़ती जा रही है ।