गुड न्यूज: रूस ने कैंसर की वैक्सीन बनाने का किया दावा, जनवरी 2025 से लगेगी मुफ्त में

जनवरी 2025 से रूस के कैंसर मरीजों को मुफ्त में लगेगी कैंसर की वैक्सीन

 मंगलवार को रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि उन्हें कैंसर की वैक्सीन बनाने में कामयाबी मिल गई है.रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय के रेडियोलॉजी मेडिकल रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर आंद्रेई कप्रीन ने  कहा कि रूस ने कैंसर के खिलाफ अपनी mRNA वैक्सीन विकसित कर ली है. रूस की इस खोज को सदी की सबसे बड़ी खोज माना जा रहा है. वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल से पता चला है कि यह ट्यूमर के विकास को रोक सकता है और कैंसर को फैलने से रोक सकता है. यह टीका  आम जनता को कैंसर से बचाव के लिए दिए जाने के बजाय कैंसर रोगियों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. ये टीका हर तरह के कैंसर रोगी को दिया जा सकता है. फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि यह टीका किस कैंसर का इलाज करेगा, यह कितना प्रभावी है या यहां तक कि टीके को क्या कहा जाएगा. यह वैज्ञानिक रूप से संभव है कि कैंसर को लक्षित करने के लिए किसी प्रकार का टीका विकसित किया गया हो.मॉस्को में गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के निदेशक, अलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग ने साल 2024 के शुरूआत में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को बताया था कि रूस कैंसर की वैक्सीन बनाने के बेहद करीब है।

जानें क्या होती mRNA वैक्सीन

mRNA या मैसेंजर-RNA इंसानों के जेनेटिक कोड का एक छोटा सा हिस्सा है, जो हमारी सेल्स (कोशिकाओं) में प्रोटीन बनाती है. आसान भाषा में कहा जाए तो जब हमारे शरीर पर कोई वायरस या बै6क्टीरिया हमला करता है तो mRNA टेक्नोलॉजी हमारी सेल्स को उस वायरस या बैक्टीरिया से लड़ने के लिए प्रोटीन बनाने का संदेश भेजती है. इससे जो हमारे इम्यून सिस्टम को जो जरूरी प्रोटीन चाहिए होता है. वह प्रोटीन मिल जाता है. और हमारे शरीर में एंटीबॉडी बन जाती है. इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे कन्वेंशनल वैक्सीन के मुकाबले ज्यादा जल्दी वैक्सीन बन सकती है. इसके साथ ही इससे शरीर की इम्युनिटी भी मजबूत होती है. mRNA टेक्नोलॉजी पर आधारित यह कैंसर की  पहली वैक्सीन है.

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