जशपुर द प्राइम न्यूज़ : घर से निकल कर शहर की सड़कों में भटक रहे तीन साल के दिव्यांग बालक,प्रधान आरक्षक की सतर्कता की वजह से सुरक्षित अपने माता पिता के पास पहुंच गया। पुलिसकर्मी की सजगता की नगर में खूब तारीफ हो रही है। दरअसल,तीन साल का श्रेयांश गुप्ता शनिवार की सुबह अंजाने में ही स्वजनों की नजरों से बच कर घर से निकल कर सड़क में आ गया। चलते चलते बालक शहर के बाला साहेब देशपांडे पार्क के पास पहुंच गया। अपने आसपास अंजान चेहरे और वाहनों को आते जाते देख कर,भयभीत मासूम रोते हुए सड़क में भटक रहा था। इसी दौरान,पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पदस्थ आरक्षक राजू पांडे वहां से गुजर रहे थे। उन्होनें सड़क पर अकेले रोते हुए बालक को देख कर,बाइक रोकी और श्रेयांश से बात करने का प्रयास किया। लेकिन मूक होने की वजह से बालक,राजू पांडे की किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे पाया। इस पर आरक्षक श्रेयांश को लेकर सिटी कोतवाली आ गए और घटना की सूचना कोतवाली प्रभारी लक्ष्मण सिंह धुर्वे को अवगत कराया। कोतवाली पुलिस ने भटकते हुए मिले बालक की सूचना चाइल्ड लाइन को दी। इस बीच,अपने बच्चे के गुम होने से परेशान श्रेयांश के माता पिता भी कोतवाली पहुंच गए। यहां श्रेयांश को सुरक्षित देख कर उन्होनें राहत की सांस ली। कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर,कोतवाली पुलिस और चाइल्ड लाइन ने श्रेयांश को उनके स्वजनों के सुपुर्द कर दिया है। अपने बच्चे को सुरक्षित थाना तक पहुंचाने के लिए श्रेयांश के माता पिता ने आरक्षक राजू पांडे,कोतवाली पुलिस और चाइल्ड लाइन का आभार जताया है।