रायपुर: मंगलवार को स्थगित की गई सदन की कार्रवाई बुधवार को निर्धारित समय पर प्रश्नकाल के साथ शुरु हुई। सदन में विपक्ष ने बेरोजगारी के मसले और आंकड़ों को लेकर सवाल खड़ा किया, जिस पर करीब आधे घंटे तक बहस चलती रही। विपक्ष ने सरकार पर कई आरोप जड़े और योजना को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा।
चर्चा के दौरान विपक्षी विधायक अजय चंद्राकर ने बेरोजगारों के पंजीयन के मापदंड को लेकर सवाल किया। चंद्राकर ने पूछा कि क्या रोजगार कार्यालय में बेरोजगार के रुप में मेरा पंजीयन हो सकता है। इस पर विपक्षी सदस्यों ने चुटकी ली। मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि एक्सपाइरी लोगों का कहीं पंजीयन नहीं होता है। कहा कि नवंबर के बाद पंजीयन कराईएगा। वहीं, इस प्रश्न का जवाब दे रहे मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि अजय चंद्राकर जाएंगे तो उनका भी पंजीयन होगा, लेकिन मेरा निवेदन है कि आप मत कराईएगा मैसेज अच्छा नहीं जाएगा।
राज्य में बेरोजगारी को लेकर प्रश्नकाल में पहला ही प्रश्न था। चंद्राकर के प्रश्न के जवाब में सरकार ने एक निजी संस्था सीएमआईई और केंद्रीय एजेंसी के आंकड़े प्रस्तुत किए गए थे। दोनों आंकड़ों में अंतर और निजी संस्था के आंकड़ों को स्वीकार करने को लेकर भी चंद्राकर ने प्रश्न खड़ा किया। चंद्राकर ने पूछा कि पंजीकृत बेरोजगार के चयन की प्रक्रिया क्या है। इस पर मंत्री ने बताया कि हमारा रोजगार कार्यालय है वहां पंजीयन कराने पर कोई रोक टोक नहीं है। चयन की कोई प्रक्रिया नहीं है। पंजीयन तीन वर्ष तक जीवित रहता है।