ED-IT की रडार से बचना है तो पैसे दे दो: CG के अधिकारियों से लाखों की वसूली, फिर पता चला भाई तो नकली है।

रायपुर: पुलिस ने अधिकारियों से उगाही करने वाले दो अंतरराज्यीय ठग को गिरफ्तार किया है। ये दोनों आरोपी खुद को केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी बताकर ठगी को अंजाम देते थे। रायपुर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया है।

रायपुर पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि, ये आरोपी स्वयं को ई.डी., ई.ओ. डब्ल्यू., आयकर विभाग एवं ए.सी.बी. का अधिकारी बताकर देश भर में अधिकारियों को अपना शिकार बनाते थे। दोनों आरोपी मूलतः अमरावती (महाराष्ट्र) के निवासी है। इन आरोपियों ने रायपुर में अलग – अलग विभागों के 4 अधिकारियों सहित खरगौन (म.प्र.) के भी एक अधिकारी को अपना शिकार बनाया है। वहीं पर्यावरण संरक्षण मंडल रायपुर के 02 अधिकारियों से कुल 10,60,000/- रूपये की उगाही किए थे।

इंटरनेट के माध्यम से अधिकारियों का मोबाईल नंबर व कार्यालय का नंबर प्राप्त करते थे। पीड़ितो को रकम लेकर अमरावती बुलाते थे। आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से घटना 04 नग मोबाईल फोन और सिम कार्ड जब्त किया गया है।

आरोपियों के खिलाफ थाना राखी में अपराध क्रमांक 117/23 एवं 119/23 धारा 419, 384 भादवि. का अपराध किया गया है। वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी अन्य राज्यों की पुलिस से साझा की जा रहीं है।

जानें कैसे करते थे ठगी
छत्तीसगढ़ के आबकारी विभाग में पदस्थ प्राथी/अधिकारी ने थाना राखी में रिपोर्ट दर्ज कराया कि दिनांक 16.05.2023 को मोबाईल नंबर 9112329778 के धारक द्वारा कार्यालय के दूरभाष क्रमांक 0771-2512612 में फोन कर स्वयं को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), नई दिल्ली से बात करना कहकर, कुछ जानकारियां चाहिए कहा तथा पूछा गया कि वर्तमान में उपायुक्त आबकारी कौन है? अभी हाल ही में रिटायर्ड उपायुक्त कौन है? उनका मोबाईल नंबर पूछने के साथ ही एस.एन. साहू व रमेश अग्रवाल कौन है? उनका मोबाईल नंबर पूछा। जिस पर उसने सभी जानकारियां दे। दिया।

फोन करने वाले ने आखिरी में उससे कहा कि आप क्षेत्री, ज्वाइंट डॉयरेक्टर प्रवर्तन निदेशालय सेंट्रल जोन नागपुर से उनके मोबाईल नंबर 9561225697 से संपर्क कर लें। इस नंबर पर संपर्क किया गया, तब उसके द्वारा कहा गया कि प्रवर्तन निदेशालय को आपके विरूद्ध शिकायत प्राप्त हुई है, जिसकी जांच ई.डी., आयकर विभाग, ई.ओ. डब्ल्यू, ए.सी.बी एवं सी.वी.सी. से करायी जायेगी। आप जवाब दे कि क्या करना है। इस पर प्रार्थी ने कहा आपके द्वारा जांच।

जिससे उसके द्वारा पुनः कहा गया कि आपका क्या कहना है, अन्यथा प्रकरण वरिष्ठ कार्यालय को भेज दी जायेगी, उसके द्वारा यह भी कहा गया कि आप चाहें तो आपका प्रकरण समाप्त हो सकता है, जिसके लिये आपको मुझे पैसे देने होंगे। प्रार्थी को धमकाकर पैसों की मांग करने लगा। प्रार्थी ने उसे कहा कि, आपके द्वारा जांच कर ली जायें, जिसके पश्चात् व्यक्ति द्वारा फोन काट दिया गया। इस शिकायत पर थाना राखी में अपराध क्रमांक 117/23 धारा 419, 384 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

पर्यावरण विभाग के अधिकारी से ठगी
इसी प्रकार पर्यावरण संरक्षण मण्डल नवा रायपुर में पदस्थ दो अधिकारियों के द्वारा दिनांक 18.03.2023 को मोबाईल नं. 9561225697 के धारक ने फोन कर अपना नाम एर्श्वय क्षेत्री बताकर स्वयं को ई.डी. का अधिकारी होना बताया। उसने कहा कि आप लोगों के विरूद्ध ई.डी. एवं ई.ओ. डब्ल्यू. में संपत्ति संबंधी शिकायत है जिसकी जांच मेरे द्वारा की जा रहीं है। अगर आपको शिकायत जांच कार्रवाई से बचना है तो दोनों मेरे पास अलग -अलग 5,30,000/- रूपये कुल 10,60,000/- रूपये अमरावती भेज दो। जिस पर दोनों अधिकारियों ने घबराकर कुल 10,60,000/- रूपये अपने परिचितों के माध्यम से अमरावती (महाराष्ट्र) में भेज दिया।

इस मामले पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने कार्रवाई के निर्देश दिए। जिसके बाद एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना राखी पुलिस की संयुक्त टीम ने जांच शुरू की। मोबाइल नंबर को ट्रेस कर टीम अमरावती रवाना हुई। इस मामले में आरोपी अश्वनी भाठिया एवं निशांत इंगडे को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में दोनो ने घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया गया।

गिरफ्तार आरोपी
अश्वनी भाठिया पिता देवेन्द्र नाथ भाठिया उम्र 54 साल निवासी कौशल्य विहार चिकलधरा रोड परथवाड़ा थाना अंजनगांव जिला अमरावती (महाराष्ट्र)।
निशांत इंगडे पिता प्रेमदास इंगडे उम्र 24 साल निवासी पथरौल तालुआ अंचल थाना पथरौल जिला अमरावती (महाराष्ट्र)।

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