जशपुरनगर,द प्राइम न्यूज नेटवर्क। जिले में चाय और काफी के साथ मसाले की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए नई रणनीति के साथ काम शुरू किया गया है। गुरूवार को
कलेक्टर महादेव कावरे की अध्यक्षता में विगत दिवस कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में चाय-कॉफी विकास बोर्ड की बैठक में इस योजना के लिए वनविभाग को जिला स्तरीय नोडल विभाग का दायित्व दिया गया। इस बैठक में जिले में 1 हजार एकड़ में चाय और काफी का बगान विकसीत करने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके लिए इच्छुक किसानों को विभाग की ओर से प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा। बैठक में कलेक्टर महादेव कावरे, वनमण्डलाधिकारी कृष्णा जाधव, सीईओ जिला पंचायत केएस मण्डावी, एसडीएम जशपुर सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में जिले में चाय कॉफी के विकास हेतु एजेंडावार विस्तार से चर्चा हुई। कलेक्टर ने कहा कि जशपुर में चाय-कॉफी के साथ ही मसालों की खेती की भी अच्छी संभावना है। इसलिए उन्होंने मसालों की खेती को भी बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने जिले में चाय, कॉफी एवं मसालों के विस्तार हेतु वन विभाग को जिला स्तरीय नोडल विभाग के रूप में चयन किया। उन्होंने बताया कि जिले में लगभग एक हजार एकड़ में चाय कॉफी के पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए जगह चिन्हांकन किया जा रहा है। वन एवं उद्यानिकी विभाग के सहयोग से लगभग 40 लाख चाय-कॉफी के पौधे एवं 50 हजार मसाले के पौधे तैयार किए जाएंगे। कलेक्टर ने चाय-कॉफी एवं मसालों की खेती को प्रोत्साहन के लिए शासन के विभिन्न योजनाओं का अभिसरण के माध्यम से कार्य करने के निर्देश दिए साथ ही इच्छुक प्रगतिशील किसानों का प्रशिक्षण उपलब्ध कराने की बात कही।