रायपुर, 14 सितंबर: हिंदी दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने चिकित्सा शिक्षा में बड़ा कदम उठाते हुए राज्य के सभी सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों में हिंदी में भी एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि 2024-25 सत्र से राज्य के मेडिकल कॉलेजों में हिंदी माध्यम से भी चिकित्सा की पढ़ाई की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी।
राजधानी स्थित अपने निवास कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री साय ने कहा, “हमारी सरकार ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले छात्रों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय ले रही है। अधिकांश छात्र हिंदी माध्यम से आते हैं, लेकिन अंग्रेजी के कारण उन्हें मेडिकल शिक्षा में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। अब वे हिंदी में पढ़ाई कर सकेंगे, जिससे उनकी नींव और मजबूत होगी और वे बेहतर चिकित्सक बन पाएंगे।”
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल की उपस्थिति में मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इस योजना के तहत छात्रों की संख्या के अनुसार हिंदी में आवश्यक पुस्तकों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2022 में उन्नाव रैली में हिंदी में चिकित्सा शिक्षा शुरू करने के विचार को आगे बढ़ाते हुए यह निर्णय लिया गया है।
वर्तमान में राज्य में 10 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय हैं, जहां हिंदी माध्यम से पढ़ाई शुरू होने से विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को लाभ मिलेगा। इससे न केवल छात्रों की समझ में सुधार होगा, बल्कि चिकित्सा क्षेत्र में उनकी दक्षता भी बढ़ेगी।