नवागढ़/बेमेतरा द प्राइम न्यूज़ नेटवर्क : कृषि प्रधान जिला बेमेतरा मे प्रयोगिक तौर पर लाल रंग की केला की खेती शुरू करने की पहल की जा रही हैं। लाल रंग का केला भारत में तमिलनाडु, केरल, बिहार,उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों तथा विदेशों में अमेरिका, वेस्टइंडीज, मेक्सिको,आस्ट्रेलिया में पैदा किया जाता हैं। वर्तमान में बाज़ार में बिकने वाले केला का ऊपरी भाग हरा रंग होता है और फल पक जाने के बाद वह पीला रंग का हो जाता है। पर नवागढ़ के युवा किसान किशोर राजपूत कुछ ऐसे केला के खेती की योजना बनाए है जो बाहर से तो लाल रंग का होगा ही पर उसका फल समान्य केला की तरह ही होगा और वह लाल रंग का होगा। किशोर राजपूत ने केरल से 500 नग लाल केला के पौधे को मंगाए हैं। लाल रंग के औषधीय गुणों से युक्त इस केला खेती प्रदेश में कही नही हो रहा है ।
आर्थिक दृष्टि से इसकी खेती लाभदायक साबित होगा
लाल रंग के केले की खेती की तैयारी में जुटे किसान किशोर राजपूत के अनुसार यहाँ लाल रंग के केले की खेती प्रयोग सफल रहा तो पूरे जिले के किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा। अब देखना यह है कि यहाँ की खेतो की मिट्टी इसके लायक है कि नही। यदि प्रयोग सफल रहा तो किसानों की आय में निश्चित रूप से वृद्धि होगी। उन्होंने इस लाल रंग के केला की खाशियत बताया कि यह लाल रंग की केला एक माह तक खराब ही नहीं होता हैं इसलिए इससे किसानों को अच्छा लाभ मिलेगा।
लाल केले में पाए जाने वाले पोषक तत्व
लाल केले में मुख्य रूप से आयरन, फॉस्फोरस, कैल्शियम, जिंक, सोडियम, कार्बोहायड्रेट, विटामिन A, विटामिन C, विटामिन B6, पोटैशियम, सुक्रोज, फ्रक्टोज, ग्लूकोज, बीटा कैरोटीन, प्राकृतिक शर्करा आदि जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
लाल केले के उपयोग का तरीका
लाल केले का बनाना शेक बनाकर,सलाद में डालकर एवं सीधे तौर पर उपयोग किया जा सकता है।
लाल केले के सेवन से होने वाले फायदे
लाल केले का नियमित रूप से सेवन करने से आंखों का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। लाल केले में कैरोटेनॉयड्स नामक पिग्मेंट (ल्यूटिन एवं बीटा-कैरोटीन) पाया जाता है जो आंखों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है।
लाल केले का सेवन करने से आंखों के धुंधलेपन की समस्या से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है। एक शोध के अनुसार, ल्यूटिन युक्त खाद्य पदार्थ के उपयोग से बढ़ती उम्र के प्रभावों को कम करने में आसानी होती है जिसके कारण आंखों की रौशनी बरकरार रहती है। इसके अलावा, लाल केले में विटामिन A की मात्रा भी पायी जाती है जिससे आंख संबंधी बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। लाल केले के उपयोग से पाचन तंत्र बेहतर रहता है जिससे पेट संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। लाल केले में फाइबर की उच्च मात्रा पायी जाती है जिससे शरीर के पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है।
लाल केले का नियमित रूप से इस्तेमाल करने से पेट में कब्ज, अपच एवं एसिडिटी की समस्या से बचाव करने में बहुत मदद मिलती है। लाल केले का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है जिससे कई बीमारियों एवं संक्रमण के खतरों से बचाव किया जा सकता है। लाल केले में विटामिन C एवं विटामिन B6 की भरपूर मात्रा पायी जाती है जिससे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली की कोशिकाओं को मजबूती मिलती है। इसके अलावा, लाल केला शरीर में श्वेत रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को भी बढ़ावा देने का कार्य करते हैं जिससे शरीर को बहुत फायदा मिलता है।
लाल केले का नियमित रूप से सेवन करने से मोटापे की समस्या छुटकारा मिलता है। दरअसल, लाल केले में अन्य फलों की तुलना में बेहद कम कैलोरी होती है जिसके कारण भूख में कमी आती है।
लाल केले के उपयोग से शरीर के वजन को घटाने में आसानी होती है जिससे मोटापे की समस्या से जूझ रहे लोगों को बहुत फायदा मिलता है। लाल केले का नियमित रूप से सेवन करने से किडनी में स्टोन की समस्या से राहत मिलती है। लाल केले में पोटैशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो किडनी में स्टोन को विकसित होने से रोकने का कार्य करता है। किडनी में स्टोन की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए लाल केले के उपयोग से बहुत फायदा मिलता है।
लाल केले के इस्तेमाल से कमजोरी एवं चक्कर आने जैसी समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
लाल केले में नेचुरल शुगर की मात्रा पायी जाती है जो शरीर को नयी ऊर्जा प्रदान करने का कार्य करते है। शरीर को ऊर्जा मिलने से ताकत मिलती है जिससे कमजोरी की समस्या को दूर किया जा सकता है।
लाल केले का सेवन करने से एनीमिया जैसी बीमारी के खतरों से बचा जा सकता है। लाल केले में आयरन के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट की भी भरपूर मात्रा पायी जाती है जिससे शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर में वृद्धि होती है। लाल केले के इस्तेमाल से शरीर में रक्त का स्तर बढ़ता है जिससे एनीमिया की समस्या से बचाव करने में मदद मिलती है। लाल केले का सेवन करने से हृदय का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। लाल केले में मौजूद पोटैशियम की मदद से हृदय संबंधी बीमारियों के खतरों को कम करने में आसानी होती है। रोजाना नियमित रूप से लाल केले का उपयोग करने से हार्ट अटैक एवं स्ट्रोक जैसे खतरों को भी कम किया जा सकता है।
लाल केले ज्यादा सेवन से होने वाले नुकसान
लाल केले का अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट संबंधी समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है। लाल केले में फाइबर की अधिक मात्रा पायी जाती है जिसके कारण पेट में गैस, ऐंठन एवं पेट फूलने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
कुछ मामलों में लाल केले का अत्यधिक सेवन करने से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। दरअसल, लाल केले में मौजूद फाइबर शरीर में कैल्शियम के अवशोषण में बाधा डाल सकते हैं जिसके कारण हड्डियों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है। लाल केले का अधिक मात्रा में सेवन करने से हाइपरकलेमिया की समस्या उत्पन्न हो सकती है। दरअसल, शरीर में पोटैशियम की मात्रा अधिक होने से हाइपर कलेमिया की समस्या से गुजरना पड़ सकता है जिसमें व्यक्ति के नर्व एवं मांसपेशियों की कोशिकाएं अनियंत्रित हो जाती हैं।