जशपुर The Prime News : नागलोक के नाम से मशहूर जशपुर जिले का तपकरा वन परिक्षेत्र इन दिनों हाथियों के आतंक से दहल रहा है।
वन विभाग के अनुसार इस वक्त इस इलाके में 14 हाथी अलग अलग दलों में विचरण कर रहें हैं। अतिकायो की बड़ी संख्या में मौजूदगी को देखते हुए वन विभाग ने लोगो को फिलहाल जंगल की ओर ना जाने की सलाह दी है। लेकिन इसे उपेक्षित करते हुए ग्रामीण मशरूम एकत्र करने की लालच में भारी संख्या में जंगल मे घुस रहे है। इनमें महिला और पुरुषों के साथ बच्चे भी शामिल हैं। इससे,इलाके में गम्भीर हादसे की आशंका बनी हुई है
हाथी से होने वाली जनहानि की संख्या जिले में साल दर साल बढ़ती जा रही है। वन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2021 के 6 माह में अतिकायो ने 12 लोगो की जान ले चुके है। इस लिहाज से जिले में औसतन हर माह 2 लोगों की जान हाथी के पैरों तले कुचले जाने से हो रही है। जन और संपति हानि को कम करने के लिए प्रशासन ने स्मार्ट हूटर,जीआई वायर,सोलर वायर के साथ रेडियो कॉलर आईडी पहनाए जाने का प्रयोग कर चुकी है। लेकिन,जिले में जागरूकता की कमी के कारण हाथी मानव द्वंद को कम करने की सरकार की मंशा को अपेक्षा के अनुरूप सफलता मिलती नहीं दिख रही है।