ताजा खबरें

अजब जशपुर की गजब कहानी चार सौ ग्रामीणों से पन्द्रह लाख की ठगी,अब भी अधिकारी अनजान,

जशपुरनगर,द प्राइम न्यूज नेटवर्क। बात यकीन करने लायक नहीं है,लेकिन है हकीकत। तहसील मुख्यालय में ऐन अधिकारी  के नाक के नीचे प्रधानमंत्री बीमा योजना की आड़ में ग्रामीणों से 5 से 10 हजार रुपए वसूली का गोरख धंधा महीनों से चलता रहा,लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों को इसकी भनक भी नही लगी। कुछ ग्रामीणों द्वारा मामले की शिकायत करने पर मामला फूटा तो एसपी विजय अग्रवाल के निर्देश पर मामले में फरसाबहार पुलिस की एंट्री हुई। एसडीओपी मनीष कुंवर भी मौके पर जांच के लिए पहुँचे। कुछ दस्तावेजों के जब्त करने की बात भी सामने आई। लगा कि ठगी के इस बड़े मामले में पुलिस प्रशासन कोई बड़ी कार्रवाई करेगा। लेकिन फिलहाल तो यह ठंडे बस्ते में नजर आ रहा है।

जल्द ही पढिए- ठगी के लिए स्टाम्प पेपर के दुरुपयोग की अनोखी दास्तां

इस पूरे मामले में सबसे आश्चर्यजनक रवैया राजस्व विभाग का नजर रहा है। मामले को लेकर जब प्राइम न्यूज नेटवर्क ने फरसाबहार के एसडीएम शबाब खान से चर्चा की तो उन्होंने इस मामले की जानकारी होने से ही इनकार कर दिया। समझा जा सकता है कि प्रदेश में चिटफंड कंपनियों को लेकर मचे बवाल के बीच जशपुर जिले में अधिकारी शातिरों से भोले भाले ग्रामीणों को बचाने के लिए कितने गम्भीर हैं?
यह है पूरा मामला-
फरसाबहार में प्रधानमंत्री बीमा योजना के आड़ में फर्जीवाड़े का यह अनोखा सुनहरा जाल रचा गया था। ग्रामीणों को 10 हजार 5 सौ रुपए और दस्तावेज जमा करने पर तत्काल खाते में रकम जमा हो जाएगी। नियमित किश्त जमा होने के बाद पुनः राशि खाते में आएगी। इन सब्जबाग़ों के साथ ग्रामीणों से कोरे स्टाम्प भी लिए गए हैं।

मुख्यमंत्री साय की पहल पर आजादी के बाद विशेष पिछड़ी जनजाति कोरवा बाहुल्य महुआपनी गांव में पहली बार पहुंचेगी बिजली,पीएम जनमन योजना से तहत कार्य हुआ स्वीकृत,मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में ग्रामीणों ने दिया था आवेदन,

Rashifal