रायपुर द प्राइम न्यूज नेटवर्क। भ्रष्टाचार और राजद्रोह जैसे गंभीर मामले में बुरी तरह उलझ चुके प्रदेश के निलंबित आईपीएस जीपी सिंह पर 20 लाख रूपए की अवैध वसूली के आरोप में अपराध दर्ज किया गया है। भिलाई के सुपेला थाना के स्मृतिनगर पुलिस चौकी में दर्ज किए गए एफआईआर में भिलाई के सूर्याविहार निवासी एक व्यवसायी ने आरोप लगाया है कि उनका,उनके पार्टनर रणजीत सिंह सैनी के साथ वित्तिय लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। इस विवाद की सूचना एडीजी जीपी सिंह तक पहुंची तो उन्होनें फर्जी मामले में फंसाने की धमकी देकर 20 लाख रूपए उनसे ऐंठ लिए। प्रार्थी की शिकायत पर पुलिस चौकी निलंबित आईपीएस जीपी सिंह के खिला। धारा 590,388,506 और 34 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। इस बीच पुलिस प्रशासन ने अपने इस अधिकारी के खिलाफ जांच और तेज कर दी है। पुलिस ने जीपी सिंह को नोटिस जारी कर, गुरुवार दोपहर 12 बजे तक पुलिस थाने उपस्थित होने कहा है। नोटिस की तामिल ना किए जाने पर गिरफ्तारी की चेतावनी भी पुलिस की ओर से दी गई है। इस बीच रायपुर की कोतवाली पुलिस ने एसीबी से जब्त दस्तावेजों की जांच हैंडराइटिंग एक्सपर्ट्स से जीपी सिंह के लिखावट की जांच भी कराई है। रायपुर पुलिस ने इस फरार आईपीएस की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमों को गठन किया है। इस पूरे काले कारनामे में जीपी सिंह का खास साझेदार रहे बैंक मैनेजर मणिभूषण का बयान भी पुलिस दर्ज कर चुकी है। बयान के आधार पर पुलिस ने मणिभूषण के घर से सोने की बिस्कुट जब्त किया है। जाहिर है,पुलिस विभाग,अपने इस फरार अफसर को किसी भी सूरत में बख्श्ने के मूड में नजर नहीं आ रहा है। पुलिस की लगातार सख्त होती घेराबंदी से निलंबित आईपीएस जीपी सिंह पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है। हालांकि,पुलिस के हर पैतरें से वाकिफ जीपी सिंह की गिरफ्तारी की राह आसान नजर नहीं आ रही है। उच्च अधिकारियों वाली पुलिस की टीम से अब तक आईपीएस जीपी सिंह बचने में सफल रहे हैं। देखना होगा,आईपीएस और पुलिस विभाग के बीच चूहे बिल्ली का खेल कब खत्म होता है।