दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा से सदस्यता समाप्त किए जाने के बाद से कांग्रेस लगातार विरोध में है। इतना ही नहीं, केंद्र की मोदी सरकार के विरोध में चल रहे तमाम राजनीतिक दलों को भी कांग्रेस एकजुट कर रही है, ताकि एकजुटता के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के खिलाफ संयुक्त विरोध किया जा सके।
सोमवार रात कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास में बुलाई गई इस बैठक में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी शामिल होते, क्योंकि वे भी उसी विचारधारा के समर्थकों में से हैं, जिस विचारधारा पर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, आरजेडी सहित तमाम दलें चल रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के खिलाफ बिगूल फूंक चुकी कांग्रेस ने इस बैठक में उद्धव ठाकरे को भी आमंत्रित किया गया था, उनके साथ संजय राउत भी आमंत्रित सदस्य थे, लेकिन उद्धव गुट ने इस बैठक का हिस्सा बनने से इंकार कर दिया है।
इस बड़े फैसले को लेकर राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने स्पष्ट कर दिया है कि राहुल गांधी के बयान ’मैं सावरकर नहीं हूं, गांधी हूं और गांधी किसी से माफी नहीं मांगता’ के बाद पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला लिया है।
राहुल गांधी के इस बयान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि विचारधारा समान हो सकती है, विरोध के कारण एक जैसे हो सकते हैं, लेकिन वीर सावरकर का अपमान किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। ठाकरे ने यह भी कहा कि वीर सावरकर की तुलना किसी से नहीं की जा सकती।