जशपुरनगर :- पहले से ही निष्क्रियता और निर्माण कार्यों में अनियमितता के साथ एक ही ठेकेदार के नाम से नगर पालिका क्षेत्र में समस्त निर्माण और विकास कार्यों को अंजाम देने वाले नगर पालिका परिषद में एक बार फिर से विवाद को जन्म दिया है।
ज्ञात हो की कोरोना काल से ही जशपुर नगरपालिका परिषद की बैठक आयोजित नहीं किए जाने को लेकर चौतरफा आलोचनाओं के बीच सोमवार 17 अक्टूबर को जशपुर नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष नरेश साय ने नगरपालिका के सामान्य सभा की बैठक आयोजित करने का ऐलान कर दिया, और इस संबंध में संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों के साथ नगरपालिका परिषद के पार्षदों को पत्र भी जारी कर दिया गया। लेकिन कल ही जब नगरपालिका परिषद की यह बैठक आयोजित की गई है दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी 17 अक्टूबर से ही अपने दो दिवसीय बड़े विरोध प्रदर्शन की शुरुआत करने जा रही है, इसमें 17 अक्टूबर को जिले के बंदरचूआ से पदयात्रा की शुरुआत होनी है, जिसमें भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय, पूर्व सांसद नंदकुमार साय, लोकसभा सांसद गोमती साय, पूर्व राज्यसभा सांसद रणविजय सिंह, प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, संगठन मंत्री कृष्ण कुमार राय, पूर्व अजाक मंत्री गणेश राम भगत सहित जिला भाजपा के सभी अधिकारियों पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं सहित जिले के समस्त पार्षदों से भी पदयात्रा में शामिल होने की अपील की गई है। जाहिर है नगरपालिका की यह बैठक जब सोमवार को आहूत की गई है तो भाजपा संगठन से जुड़े पदाधिकारियों सहित कई महत्वपूर्ण पार्षद पदयात्रा में शामिल होंगे या नगरपालिका परिषद की बैठक में। एक साथ दोनों जगह उपस्थित होना संभव नही।
पहले से ही नगरपालिका अध्यक्ष,उपाध्यक्ष पर अपने कर्तव्यों के प्रति निष्क्रियता का आरोप लग चुका है,पूर्व से पार्टी के बड़े नेता जब पदयात्रा का कार्यक्रम तय कर चुके है यह जानते हुए भी नगरपालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के द्वारा बैठक रखकर संगठन और सत्ता के बीच तालमेल का पूरी तरह अभाव दिख रहा है ।
