जशपुर जिला प्रशासन ने समारु को बचाने के लिए पूरा प्रयास किया गया था इस सम्बंध में रायगढ़ जिन्दल अस्पताल के डाक्टर से प्राप्त जानकारी के अनुसार आज दोपहर 1 बजकर.15 मिनट पर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में घायल समारू का निर्धन हो गया। जिला प्रशासन ने समारू को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही थी। कलेक्टर डॉ. रवि मित्तल ने समारू को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि समारू के परिवार को जिला प्रशासन पूरा सहयोग करेगा उन्हें किसी भी चीज की कमी नहीं होने देंगे।
फरसाबहार विकासखण्ड के सुंढरू में विगत माह आयोजित छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल महोत्सव के दौरान कबड्डी खेलते हुए घायल हुए घुमरा ग्राम के समारू केरकेट्टा के बेहतर स्वास्थ्य लाभ हेतु प्रशासन लगातार हरसंभव मदद प्रदान कर रही थी। समारू एवं उनके परिजनों का पूर्ण ख्याल प्रशासन द्वारा रखा जा रहा है। साथ ही उनकी हर संभव मदद भी की जा रही है। समारू को प्राथमिक उपचार प्रदान कर तत्काल फोर्टिस जिंदल हॉस्पिटल रायगढ़ में बेहतर इलाज के लिए भर्ती किया गया था। साथ ही कलेक्टर द्वारा हॉस्पिटल प्रबंधन तथा डॉक्टर से नियमित रूप से समारू के स्वास्थ्य की जानकारी लेकर इलाज के सम्बंध में चर्चा की जाती थी।
रायगढ़ जिन्दल अस्पताल से प्राप्त जानकारी के अनुसार फरसाबहार विकासखण्ड के समारू केरकेट्टा के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया है कि एपनिया के साथ क्वाड्रिप्लाजिया सर्वाइकल स्पाइन इंजरी के ईलाज के लिए मरीज को एडमिट किया गया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार 17 अक्टूबर 2022 को अपराह्न लगभग 3.00 बजे रीढ़ की हड्डी में चोट के मामले में पीएचसी तपकरा से रेफर किए गए मरीज को एंबुलेंस से क्वाड्रीप्लाजिया स्टेट के लिए रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस के साथ लाया गया था।
रायगढ़ अस्पताल में भर्ती मरीज समारू को न्यूरो सर्जरी अंतर्गत सभी जांच की गई थी। आगे के उपचार के लिए एमआईसीयू में स्थानांतरित किया गया और एमआरआई सर्वाइकल स्पाइन, सर्वाइकल इंजरी विथ माइलोमलेसिया उपचार भी किया जा रहा था। रोगी को इंटुबेटेड और मैकेनिकल वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। लंबे वेंटिलेटर सपोर्ट ट्रेकियोस्टोमी की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए रखा गया। मरीज की हालत नाजुक बनी हुई थी। 13 और 14 नवम्बर 22 को रोगी के पास एकाधिक थे। सभी ACLS प्रोटोकॉल का पालन किया गया 16 नवम्बर 22 को मरीज को कार्डिएक अरेस्ट हुआ। तत्काल सीपीआर ACLS प्रोटोकॉल के अनुसार शुरू किया गया। सभी आपातकालीन दवाएं दी गईं। सभी प्रयासों के बावजूद मरीज को पुनर्जीवित नहीं किया जा सका और 16 नवम्बर 22 को दोपहर 1.08 बजे मृत घोषित कर दिया गया