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video : शाहे बेखबर जिला प्रशासन,15 दिन से बिना अनुमति अधिकारियों के नाक के नीचे चल रहा है प्रदर्शनी,नगर सरकार को भी हुआ राजस्व का तगड़ा नुकसान,व्यवसाईयों में भी नाराजगी

जशपुरनगर,द प्राइम न्यूज नेटवर्क।  कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच,तमाम नियम व मापदंड को दरकिनार कर शहर के बीच में आला प्रशासनिक अधिकारियों के ऐन नाक के नीचे प्रदर्शनी के नाम पर नगरपालिका के बिना अनुमति मेला का तंबू तान दिया गया है।

देखिए वीडियो –

तकरीबन पखवाड़े भर से चल रहे इस प्रदर्शनी की ओर से जिला प्रशासन के अधिकारी पूरी तरह से लापरवाह बने हुए हैं। इतना ही नहीं,इस तथाकथित प्रदर्शनी ने नगरपालिका को राजस्व का नुकसान भी पहुंचाया है। जानकारी के लिए बता दें कि साप्ताहिक सब्जी बाजार के सामने स्थित गौशाला मैदान में प्रदर्शनी के नाम पर मीना बाजार लगाया गया है। नगरपालिका के सीएमओ बसंत बुनकर ने बताया कि इसके लिए नगरपालिका ने कोई अनुमति जारी नहीं की है। इसके विपरीत उन्होनें कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए संचालक को नोटिस जारी किया है। इस नोटिस में नगरपालिका ने संचालक को बिना पालिका से अनुमति लिए,प्रदर्शनी के दौरान संक्रमण की स्थिति उत्पन्न होने पर पूरी जवाबदारी,प्रदर्शनी के संचालक की होगी। बहरहाल,गौशाला मैदान में आयोजित यह प्रदर्शनी जिला प्रशासन के लापरवाह रवैये पर तो सवाल खड़ा कर ही रहा है,साथ ही बड़े पैमाने में भ्रष्टाचार की आशंका भी जताई जा रही है। पालिका के अधिकारियों का कहना है कि प्रदर्शनी के विधिवत अनुमति की प्रक्रिया पूरी किए जाने पर पालिका को कम से कम 1 लाख रूपए राजस्व की प्राप्ती हो सकती थी। जानकारी के लिए बता दें कि कोरोना काल में बीते साल पारम्परिक जतरा मेला का आयोजन भी नहीं किया गया था। इस मेले से पालिका को हर साल 5 से 10 लाख के बीच का राजस्व मिलता है। वहीं दूसरी ओर,इस प्रदर्शन से स्थानीय व्यवसायी भी नाखुश नजर आ रहें हैं। इनका कहना है कि पालिका और शासन को तमाम टैक्स चुकाने के बाद वे कोरोनाकाल में बाजार में पसरे सन्नाटे के बीच अपनी आजीविका जुटाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। वहीं,दूसरी ओर बिना किसी अनुमति व टैक्स के प्रदर्शनी लगा कर,उनकी मुश्किलें बढ़ाई जा रही है।
अधिकारियों ने मूंदा आंख —
आश्चर्य की बात है कि जिला मुख्यालय में कलेक्टर से लेकर नगरपालिका के सीएमओ तक तमाम अधिकारियों के बैठे रहने के बावजूद बिना किसी अनुमति के चल रहे इस प्रदर्शनी पर अब तक किसी की नजर नहीं पड़ी है। वहीं,नगरपालिका ने भी कारण बताओ नोटिस जारी कर खानापूर्ति कर दी है। प्रशासन को ना तो पालिका को रहे राजस्व नुकसान की चिंता है और ना ही संक्रमण के बढ़ते खतरे की।
‘प्रदर्शनी के लिए नगरपालिका से किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं दी गई है। संक्रमण के खतरे को देखते हुए संचालका को नोटिस जारी किया गया है।’
बसंत कुमार बुनकर,सीएमओ,नगरपालिका जशपुर।

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