मनोरा द प्राइम न्यूज नेटवर्क वाहिफ़ खान। झारखंड से भटक कर छत्तीसगढ़ पहुँच गई बालिका को छत्तीसगढ़ पुलिस ने मशक्कत के बाद परिजनों से मिलवाया। मामला जिले के आस्ता थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक बीती रात आस्ता के थाना प्रभारी वंश नारायण शर्मा को स्थानीय लोगों ने सूचना दिया की काफी देर से एक अपरिचित बालिका बस्ती के आसपास भटक रही है।
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पूछताछ करने पर अपने घर और परिवार के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दे पा रही है। सूचना पर टीआई वंश नारायण शर्मा दल बल के साथ मौके पर पहुँचे। उन्होंने बालिका से परिवार वालो के सम्बंध में पूछताछ की। भटकी हुई बालिका अपने परिवार के सम्बंध में कुछ बता नहीं पा रही थी। काफी देर बाद कुछ नार्मल होने पर बालिका ने अपने पिता का नाम और गांव का नाम बताया। अधूरी जानकारी के बूते आस्ता पुलिस ने बालिका के पिता से सम्पर्क किया और वीडियो कॉल के माध्यम से उसकी पहचान कराई। घर मे बिना कुछ बताए गुम हुई बेटी को वीडियो कॉल में देख बालिका के माता पिता फफक फफक कर रोने लगे।
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गांव के सरपंच भलेन मिंज के सहयोग से किशोरी के माता पिता आस्ता पहुँचे। यहां आवश्यक कार्रवाई पूरी कर पुलिस ने किशोरी को परिवार के सुपुर्द किया। किशोरी के परिजनों ने बेटी को उन तक सुरक्षित पहुचाने के लिए आभार जताया। इस पूरे मामले को सुलझाने में थाना प्रभारी बीएन शर्मा के साथ आरक्षक,बीएन सिंह राठौर, आरक्षक रुबेन तिग्गा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।