रायपुर,द प्राइम न्यूज नेटवर्क। 1 दिसम्बर से शुरू हो रहे समर्थन मूल्य में धान खरीदी शुरू होने से पहले प्रदेश के कुछ जिलों में 8 नवम्बर से चल रही सहकारी समितियों के कर्मचारियों की हड़ताल सरकार और कर्मचारी संगठन के बीच हुई चर्चा के बाद समाप्त हो गई है। बैठक में शामिल वन तथा विधि-विधायी मंत्री मोहम्मद अकबर और सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया कि राज्य सरकार ने सहकारी समितियों की मांगों को ध्यान में रखते हुए मंत्रि-परिषद की बैठक में धान उपार्जन वर्ष 2020-21 में कोरोना संकट के कारण सहकारी समितियों को धान उपार्जन में हुए नुकसान से बचाने के लिए तथा उन्हें आर्थिक रूप सुदृढ़ करने हेतु एकमुश्त क्षतिपूर्ति सहायता राशि प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। जिसमें एकमुश्त क्षतिपूर्ति सहायता राशि प्रदान करने के लिए 250 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया है। वन एवं परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने यह भी बताया कि सोमवार को मंत्रिपरिषद की बैठक में खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 में उपार्जित धान में से सरप्लस (अतिशेष) धान की नीलामी के माध्यम से निराकरण हेतु मंत्रिमण्डलीय उप समिति की बैठक में लिए गए निर्णय का अनुसमर्थन भी किया गया है। उन्होंने बताया कि उपार्जन केन्द्रों में क्रय धान का निराकरण त्वरित गति से किया जाएगा, प्रति सप्ताह धान उठाव की उच्च स्तरीय समीक्षा की जाएगी, माह मार्च के पश्चात उपार्जन केन्द्रों में शेष धान पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यय दिया जाएगा, कर्मचारियों की सेवानियम से संबंधित मांगो के संबंध में पंजीयक द्वारा अपेक्स बैंक एमडी की अध्यक्षता में गठित की रिपोर्ट 20 दिसंबर तक प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं, खाद व्यवसाय में खाद परिवहन व्यय के कारण हो रहे नुकसान को संज्ञान में लेते हुए खाद व्यवसाय में समितियों की कमीशन राशि की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर अगले खरीफ सीजन के पूर्व रिपोर्ट ली जाकर कार्यवाही की जायेगी। वन मंत्री अकबर ने बताया कि सरकार प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के मामलों में संवेदनशीलता से कार्य कर रही है। इस अवसर पर अपेक्स बैंक के अध्यक्ष बैजनाथ चंद्राकर, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक रायपुर के अध्यक्ष पंकज शर्मा, विशेष सचिव तथा पंजीयक सहकारी संस्थाएं हिमशिखर गुप्ता, प्रबंध संचालक श केएन. टांडे, संयुक्त पंजीयक डी.पी. टावरी तथा छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।