जशपुर नगर,द प्राइम न्यूज नेटवर्क। श्रम विभाग में भ्र्ष्टाचार को लेकर अफसरों के बीच ही तलवारें खिंच गई है। बीते दो साल से विभाग के अंदर चल रही खींचतान अब खुल कर सड़क में आ गई है। विभाग के निलंबित श्रम निरीक्षक सुरेश कुमार कुर्रे ने विभाग के पूर्व कल्याण अधिकारी रमेश यादव पर वित्तीय गड़बड़ी और फर्जी दस्तावेजों से नोकरी प्राप्त करने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की है। वहीं,रमेश यादव ने भी सुरेश कुर्रे पर दस्तावेजों से छेड़छाड़ करने का आरोप लगा,कोतवाली पुलिस में शिकायत की है। पुलिस,इन शिकायतों की जांच कर रही है। लेकिन भ्र्ष्टाचार के इन मामलों में श्रम विभाग का बीते दो सालों से मूक दर्शक की भूमिका,अफसरों को सन्देह के दायरे में ला रही है। जानकारी के मुताबिक निलंबित श्रम निरीक्षक सुरेश कुमार कुर्रे ने बिलासपुर के सिविल लाइन थाना में एक शिकायत दी थी। इसमें उन्होंने विभाग के पूर्व कल्याण अधिकारी रमेश कुमार यादव पर फर्जी प्रमाण पत्र से श्रम विभाग में नोकरी पाने और कल्याण अधिकारी रहते हुए,श्रमिको के प्रशिक्षण कार्यक्रम का मानदेय राशि अपने व रिश्तेदारों के खाते में जमा करवाने का आरोप लगाया है। शिकायतकर्ता का कहना है कि रमेश यादव,अभिनंदन एजुकेशन सोसायटी नामक एक एनजीओ का अध्यक्ष रहते हुए,श्रम विभाग में कल्याण अधिकारी का नोकरी प्राप्त किया और झूठा शपथ पत्र दे कर विभाग को गुमराह किया। इतना ही नही,कल्याण अधिकारी रहते हुए,रमेश यादव ने अपने ही एनजीओ को वित्तीय लाभ पहुँचाया है। शिकायत के साथ प्रस्तुत किए गए दस्तावेजो के मुताबिक श्रम विभाग ने वित्तीय गड़बड़ी के मामले की जांच की,और प्रथम दृष्टया मामले को सही पाते हुए रमेश यादव को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया,लेकिन कार्रवाई इससे आगे नहीं बढ़ पाई। अब, मामला पुलिस के पास पहुँच गया है। बिलासपुर के सिविल लाइन पुलिस ने मामले की फाइल,जशपुर पुलिस को भेज दी है। एसडीओपी जशपुर,आरएस परिहार ने बताया कि मामले में दोनों पक्षो से शिकायत मिली है। फिलहाल इसकी जांच की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य आएंगे,उसके आ धार पर आगे की कार्रवाई को जाएगी।