जशपुर।
छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के जशपुर प्रवास के दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) संघ, जिला जशपुर इकाई की ओर से एक ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में एनएचएम के अनिश्चितकालीन आंदोलन के दौरान की गई समस्त विभागीय कार्यवाहियों को शून्य घोषित करने और बर्खास्त किए गए कर्मचारियों की बहाली की मांग की गई।
संघ ने मंत्री को अवगत कराया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारियों संघ के आह्वान पर 18 अगस्त से 19 सितंबर 2025 तक प्रदेशभर के लगभग 16,000 एनएचएम कर्मचारी नियमितीकरण समेत 10 सूत्रीय मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन आंदोलन पर थे। इस दौरान जशपुर जिले के एनएचएम कर्मी भी आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल रहे।
आंदोलन के पश्चात मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल द्वारा कर्मचारियों की मांगों को लेकर सार्थक पहल की गई। दोनों नेताओं ने विभागीय अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा कर कुछ मांगों पर सहमति भी जताई, जिसके बाद एनएचएम संघ ने आंदोलन को स्थगित करने की घोषणा की।
संघ ने ज्ञापन में कहा कि “मोदी गारंटी” के तहत मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री द्वारा नियमितीकरण समेत अन्य मांगों को निश्चित समयावधि में पूरा करने का आश्वासन दिया गया है, इसी विश्वास पर कर्मचारियों ने आंदोलन समाप्त करने का निर्णय लिया।
जशपुर प्रवास के दौरान संघ के प्रतिनिधियों ने मंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए आंदोलन के दौरान हुई समस्त अनुशासनात्मक कार्यवाहियों को निरस्त करने और बर्खास्त किए गए 25 एनएचएम कर्मचारियों को शीघ्र बहाल करने की मांग रखी।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने संघ के प्रतिनिधियों से सार्थक चर्चा करते हुए आश्वासन दिया कि राज्य उत्सव के कार्यक्रम की समाप्ति के बाद आंदोलन से संबंधित सभी कार्यवाहियों को शून्य करने और जिन मांगों पर सहमति बनी है, उन्हें पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
जशपुर इकाई के पदाधिकारियों ने मंत्री के इस सकारात्मक रुख पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सरकार अपने वादों को समयबद्ध रूप से पूरा करेगी, जिससे प्रदेश के सभी एनएचएम कर्मचारियों को न्याय मिल सके।







