दीप जलाकर राज्य के लिए मांगी खुशियां।

पुनर्वास केंद्र में ट्रांसजेंडर समुदाय ने मनाई दिवाली

रायपुर: सरोना स्थित तृतीय लिंग पुनर्वास केंद्र गरिमा गृह में दीवाली का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. समुदाय के बच्चों ने पटाखे फोड़े, मिठाइयां बांटी और गरिमा गृह के परिसर में दीप दीप जलाकर राज्य की खुशियों के लिए प्रार्थना की. समुदाय की रानी शेट्टी कहती है कि किसी भी त्योहार के बारे में सबसे अच्छी बात ,जो सबसे आकर्षक लगता है वह यह है कि या धर्म, जातियता और सभी बंधनों को पार करता है चाहे वह छोटा हो या बड़ा हो । आगे किरण बताती है की धूमधाम से मनाई जाने वाली दिवाली को रोशनी का त्योहार के रूप में जाना जाता है धीरे-धीरे हमारे खूबसूरत देश का हर कोना रोशनी से जगमगाता है दीयों से, आसमान में पटाखों की चमक के साथ और सबसे तेज मुस्कान के साथ और कहती है सभी बुराई आतंक में पृथ्वी से भाग जाती है आखिर कौन सी बुराई खुशी की आवाज का विरोध कर सकती है !मनीषा अपना अनुभव साझा करती है और कहती है दिवाली के आगमन के साथ एक विस्फोट होता है शुद्ध आनंद का, प्रेम का, पारिवारिक बंधनों का, मित्रता का पुराना और नया , हर पल खास हो जाता है चाहे वह घर की सफाई ,खरीदारी या सजाने की पूरी प्रक्रिया हो अच्छाई के इस त्यौहार को मनाने के लिए । हर कोई एक साथ आता है कभी-कभी दुनिया के अलग-अलग कोनों से। सभी तृतीय लिंग समुदाय के सदस्यों ने सबके लिए मंगल कामना की ,सब के जीवन से अंधकार दूर हो जाए इसके लिए प्रार्थना की , सबके जीवन में रोशनी और खुशियां ही खुशियां आए ये दुआ की । इस उत्सव में छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों से भी तृतीय लिंग समाज के लोग शामिल हुए ।

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