फरसाबहार,द प्राइम न्यूज नेटवर्क। रोहित यादव की रिपोर्ट। जिले में हाथियों के बढ़ते हुए कदमताल से प्रशासनिक अमला हाई अलर्ट में हैं। अगस्त महिने में हाथियों के हमले में हुए दो की मौत की घटना से सबक लेते हुए जिला प्रशासन के आला अधिकारी,घोर हाथी प्रभावित इलाके में पहुंच कर,ग्रामीणों को जागरूक करने में जुटे हुए है। शनिवार को कलेक्टर महादेव कावरे,एसपी विजय अग्रवाल,डीएफओ एसके जाधव,एसडीएम फरसाबहार शबाब खान, वनविभाग कुनकुरी के एसडीओ एनके निराला,तपकरा के रेंजर अभिनव केसरवानी उपस्थित थे। तपकरा रेंज के विदुरपुर और सेमरताल में आयोजित हाथी जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर महादेव कावरें ने कहा कि तपकरा रेंज में इन दिनों 30 से अधिक हाथी डेरा जमाए हुए हैं।
हाथियों से सतर्क रह कर सुरक्षित रहा जा सकता है। उन्होनें उपस्थित ग्रामीणों से अपील किया कि वे हाथियों की मौजूदगी में जंगल की ओर जाने से बचे और हाथियों के पास जाकर उन्हें परेशान ना करें। एसपी विजय अग्रवाल ने ग्रामीणों को समझाईश देते हुए कहा कि वन्यजीवों के साथ रहने की कला सीखनी होगी। उन्होनें कहा कि हाथियों की बड़ी संख्या में मौजूदगी को देखते हुए,तपकरा रेंज के रहवासियों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। डीएफओ एसके जाधव ने कहा कि हाथियों के बढ़ती हुई हलचल को देखते हुए वन विभाग के कर्मचारी,पूरी तरह से सतर्क हैं। अतिकायों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और इसकी सूचना संबंधित ग्रामवासियों को इंटरनेट मिडिया और मुनादी के माध्यम से देकर सचेत किया जा रहा है।
उन्होनें हाथियों से सुरक्षित रहने का उपाय बताते हुए कहा कि आसपास के जंगल में हाथियों के रहने के दौरान घर में शराब,महुआ और हड़िया ना रखे। इनकी खुश्बू से हाथी,गांव और घर की ओर आकर्षित होते हैं। जिससे जन और संपत्ति हानि होने की आशंका बनती है। उन्होनें कहा कि हाथियों के रहने के दौरान जंगल में पुटु,करील जैसे वन उत्पाद चुनने से जाने से बचना चाहिए। घने जंगल में हाथी दूर से नजर नहीं आतें,जबकि हाथियों को मनुष्य की उपस्थिति का अभास हो जाता है। उन्होनें कहा कि हाथियों से दूरी बना कर ही सुरक्षित रहा जा सकता है।