(C.G) BJP के सभी विधायकों का कटेगा टिकट।

 

रायपुर: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव इसी साल होने हैं. चुनाव को लेकर राजनीतिक दल एक्शन मोड में आ गए हैं. राज्य में सक्रिय मुख्य राजनीतिक दलों के नेता एक दूसरे पर जुबानी हमले तो कर ही रहे हैं. इसके अलावा अपने-अपने दलों में टिकट के दावेदारों को लेकर उनकी जनता के बीच स्थिति, इमेज और अन्य बिंदुओं पर आंतरिक जानकारियां भी जुटानी शुरू कर दी गई हैं. चुनावी साल होने से टिकट कटने और मिलने को लेकर भी चर्चाओं और अटकलों का दौर शुरू हो गया है.

 

साल 2018 के विधानसभा चुनावों में 15 साल तक राज्य में सत्ता करने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) 15 सीटों पर ही सिमट गई थीं. विरोधी दल कांग्रेस ने भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार बनाई. बाद में दंतेवाड़ा विधायक की नक्सल हमले में मौत के बाद उपचुनाव में एक सीट बीजेपी को और गंवानी पड़ी. वर्तमान में राज्य की कुल 90 विधानसभा सीटों में से 14 ही बीजेपी के खाते में है. इस बार विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी संगठन काफी एक्टिव हो गया है. बताया जा रहा है कि आंतरिक सर्वे भी कराए गए हैं. बीजेपी संगठन की सक्रियता के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बयान दिया है कि इस चुनाव में बीजेपी के सभी 14 विधायकों का टिकट कटेगा.

 

विधायकों का कटेगा टिकट?

दरअसल बीते 13 जनवरी को ईडी की अलग-अलग टीमों ने एक बार फिर से प्रदेश के प्रशासनिक अधिकारी, कांग्रेस नेता व कुछ कारोबारियों के यहां छापा मारा. इस कार्रवाई को लेकर रायपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि चुनाव तक ईडी की टीम रहेगी, ये मैंने पहले भी कहा था और यही होता हुआ दिख भी रहा है. भाजपा छत्तीसगढ़ में मुकाबला नहीं कर पा रही है. इसलिए ईडी टीम को हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रही है. जहां-जहां चुनाव होते हैं , वहां-वहां ईडी के छापे पड़ते हैं. सरकार को बदनाम करने की कोशिश हो रही है. साथ अचानक ही बीजेपी विधायकों की की सक्रियता और धरना प्रदर्शन को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अचानक से जो धरना प्रदर्शन कर रहे वो टिकट बचाने की कवायद है, लेकिन कोई फायदा नहीं होने वाला. क्योंकि बीजेपी इस बार सभी 14 विधायकों की टिकट काटने वाली है.

 

सांसदों को लड़ाएंगे विधानसभा चुनाव?

बीजेपी संगठन से जुड़े विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक चुनाव को लेकर संगठन की तैयारियां बड़े पैमाने पर चल रही हैं. वर्तमान परिस्थितियों में यह लगभग तय है कि पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में इस बार काफी परिवर्तन होगा. मौजूदा सभी विधायकों का टिकट कटेगा या नहीं ये तो फिलहाल तय नही हैं, लेकिन बहुत हद तक संभव है कि छत्तीसगढ़ के सभी 9 मौजूदा सांसदों को पार्टी विधानसभा चुनाव में मैदान में उतार सकती है. इसके अलावा कुछ वरिष्ठ विधायकों को विधानसभा की बजाय इस बार लोकसभा चुनाव में मैदान में उतारा जा सकता है.

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