
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले कुनकुरी थाना क्षेत्र में पढ़ाई कर रही एक युवती से हुए दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। धुंधली सीसीटीवी फुटेज और पीड़िता के बयान के आधार पर शुरू हुई पड़ताल में पुलिस आरोपी तक पहुंच पाई।पुलिस कि कुनकुरी के आदर्श नगर से आरोपी अंकित खाखा (30 वर्ष) को धरदबोचा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 26 अप्रैल को कुनकुरी थाने में एक युवती ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह स्थानीय एक मोहल्ले में किराये के मकान में रहती है। 25 अप्रैल की रात लगभग 8:30 बजे, जब वह अपने कमरे के बाहर टहल रही थी, तभी पास के कमरे के सामने खड़ा एक युवक उसकी ओर बढ़ा। युवती उसे देख कर भीतर चली गई। तभी युवक ने दरवाजे पर आकर पानी मांगा। युवती ने दरवाजा थोड़ा खोलकर उसे पानी की बोतल थमाई, लेकिन युवक ने मौके का फायदा उठाकर बोतल फेंकी और जबरन कमरे में घुस गया। आरोपी ने दरवाजा बंद कर युवती को जमीन पर पटक दिया और जान से मारने की धमकी देते हुए दुष्कर्म किया। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया।
युवती ने शिकायत में आरोपी को अपरिचित बताया था, साथ ही उसका हुलिया — गोरा रंग, 5 फीट कद और 25-30 वर्ष उम्र का अनुमान — दर्ज कराया था। मामला बेहद संवेदनशील था, लिहाजा एसएसपी शशि मोहन सिंह ने स्वयं मामले की मॉनिटरिंग शुरू की और थाना कुनकुरी पुलिस समेत पांच टीमों का गठन किया।
पुलिस ने कुनकुरी नगर के 15 वार्डों में लगे सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसी दौरान एक कैमरे में एक संदिग्ध युवक की धुंधली तस्वीर दिखाई दी, जो हुलिए में पीड़िता के बयान से मेल खाता था। हालांकि फुटेज साफ नहीं थी, फिर भी पुलिस ने संदेही की हाइट और चाल-ढाल का बारीकी से अध्ययन किया और मुखबिरों को सतर्क कर इलाके में निगरानी बढ़ाई।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने आदर्श नगर इलाके में दबिश दी और अंकित खाखा को हिरासत में लिया। पहचान परेड के दौरान पीड़िता ने आरोपी की पहचान कर ली। पूछताछ में अंकित ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने पर्याप्त साक्ष्य जुटाने के बाद उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
एसएसपी शशि मोहन सिंह ने पुलिस टीम की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि, “यह अत्यंत संवेदनशील और चुनौतीपूर्ण मामला था। पुलिस टीम ने संयम, सतर्कता और प्रोफेशनलिज्म के साथ काम करते हुए आरोपी को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर पीड़िता को त्वरित न्याय दिलाने का कार्य किया।” उन्होंने टीम में शामिल सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को नगद इनाम देने की घोषणा भी की है।
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