रायपुर, द प्राइम न्यूज नेटवर्क। मोबाइल टावर लगाने के नाम पर ठगी की खबरें तो आपने खूब पढ़ी होगी,लेकिन,क्या आपने कभी सुना है,ठगी की रकम वापस करने के नाम पर ठगों ने दोबारा शिकार को निशाना बनाया हो? छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के खमतराई में बेहद शातिर ठगों ने एक महिला को मोटी कमाई का कुछ ऐसा लालच दिखाया कि वह 5 लाख से अधिक की रकम गवा बैठी। खमतराई के शिवांन्द नगर की रहने वाली नागमणि नामक महिला ने थाने में किए गए शिकायत में बताया है कि इसी साल 17 मार्च को उनके पास एक मोबाइल से काल आया। कॉलर ने एक निजी कम्पनी का मोबाइल टावर जमीन पर लगाने की अनुमति मांगी। पीड़िता की सहमति दिए जाने पर कॉलर ने एक दूसरा नम्बर दे कर कम्पनी के मैनेजर से बात करने को कहा। लेकिन इससे पहले ही शातिरों की टोली से एक दूसरे व्यक्ति ने काल करके लाइसेंस फीस,पर्यावरण प्रदूषण अनुमति,टावर का समान लेने साढ़े 4 लाख रुपए अलग अलग बैंक खाते में जमा करा लिए। इतनी रकम खर्च करने के बाद भी,टावर लगाने के नाम पर लगातार रकम की मांग होती रही तो पीड़िता नागमणि ने टावर लगवाने से मना कर दिया। इस पर ठगों ने प्रस्ताव को निरस्त कराने की फीस के लिए 62 हजार 600 रुपए एक खाते में जमा कर,फर्जी नाम और मोबाइल नम्बर थमा कर रकम वापस लें लेने को कहा।रकम वापस ना मिलने पर जब पीड़िता ने दिए गए मोबाइल नम्बर पर सम्पर्क किया तो,मोबाइल स्विच ऑफ हो चुका था। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए खमतराई पुलिस ने राहुल सिंह,पंकज साहू सहित तीन आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबध कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
प्राइम एलर्ट-
मोबाइल टावर,लाटरी,एटीम ब्लाक होने जैसे किसी भी फोन कॉल के झांसे में ना आए। हमेशा याद रखे मोबाइल कम्पनी और बैंकिंग संस्था कभी आन लाइन डॉक्यूमेंट और फीस इस तरह से जमा नहीं कराती है। सतर्कता और जागरूकता ही आन लाइन होने वाली ठगी को रोक सकते हैं।