जशपुर नगर, द प्राइम न्यूज नेटवर्क। भाजपा नेता और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष नँद कुमार साय ने दिव्यांग केंद्र में दुष्कर्म और छेड़छाड़ के अमानवीय और शर्मनाक मामले में बड़े अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने की मांग की है।
श्री साय सोमवार को केंद्र का निरीक्षण कर,मामले की जानकारी लेने जशपुर पहुँचे थे। उन्होंने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस तरह की घटना पूरे
व्यबस्था को कटघरे में खड़ी करती है। महिलाओं के प्रति समाज की दूषित होती नजरिये पर भी चिंता जाहिर की। श्री साय ने कहा कि बालिकाओं को देवी तुल्य मान कर उनकी पूजा करना सनातन हिन्दू धर्म की परंपरा रही है। ऐसे में इस तरह की घटना विचलित करती हैं।
सतत निगरानी की आवश्यकता-
प्रदेश की बालिका छात्रावास में पहले भी इस तरह की घटनाएं हो चुकी। घटना के बाद कुछ दिनों तक सतर्कता और निरीक्षण की बातें की जाती हैं,फिर वही पुराना ढर्रा चलने लगता है। उन्होंने कहा कि बालिका स्कूल और छात्रावासों की सतत निगरानी की ठोस व्यवस्था की जानी चाहिए। जानकारी के लिए बता दे कि प्रदेश को झकझोर कर रख देने वाली इस घटना के उजागर होने के बाद कलेक्टर महादेव कांवरे ने हॉस्टल अधीक्षक को निलंबित करने के साथ ही महिला केयर टेकर के साथ आरोपी पुरुष केयर टेकर और चौकीदार को कार्य मुक्त कर दिया है। इसके साथ ही डीएमसी विनोद पैंकरा को कारण बताओ नोटिस थमाया गया है। वहीं भाजपा डीएमसी के खिलाफ एफआईआर की मांग कर रही है।