एसडीओपी योगेश देवांगन की सतर्कता से किशोरियां मानव तस्करों के जाल में फंसने से बची

पत्थलगांव द प्राइम न्यूज नेटवर्क। परिजनों को बताएं बिना अंजान लोगों के साथ दूसरे शहर जाने के लिए घर से निकली किशोरी को पुलिस ने बस स्टेण्ड में रोक पर,परिवार के सुपुर्द कर दिया है। जानकारी के मुताबिक पत्थलगांव के एसडीओपी योगेश कुमार देवांगन को एक संदिग्ध युवक के साथ दो किशोरी दिल्ली जाने के फिराक में नगर में आए हुए हैं। पूरा मामला संदिग्ध लग रहा है। जिले में मानव तस्करों की करतूतों को देखते हुए एसडीओपी देवांगन ने एसपी विजय अग्रयाल के निर्देश पर ने सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस की टीम को सक्रिय कर दिया। खोजबीन शुरू होने के कुछ ही देर बाद नगर के बस स्टेण्ड में ही दो नाबालिक के साथ तीन लड़किया एवं एक युवक दिखाई दिये जिनसे पूछताछ करने पर सही सही जवाब नही मिलने पर पुलिस को और सक होने पर युवतियों से उनका घर का पता पूछा गया और उन्हें लेकर पुलिस उनके घर पहुची तब पुलिस को पता चला कि उनकी बेटियां घर से बिना किसी को बताये घर से निकल गयी थी जिसकी जानकारी लड़की के भाई को लगने पर अपने परिचितों से पता साजी किया जा रहा था इसी दरम्यान भारी बारिश होने के कारण परिजन कहीं जा भी नही पा रहे थे किन्तु तब तक देर रात पत्थलगांव पुलिस लड़कियों को लेकर परिजन के घर पहुचकर लड़कियों के परिजनों को सौपते हुए उन्हें समझाईस दी गयी कि किसी के बड़े सपनो के झांसे में नही आना चाहिए और परिजनों के राय मशविरा के बिना कहि भी बड़े शहरों की ओर बिना बताये नही जाना चाहिये।इस प्रकार एसडीओपी योगेश देवांगन की त्वरित सूझ बूझ से दो नाबालिग सहित तीन लडकियो को बरामद कर उनके परिजनों को सौपा गया।विदित हो कि पुलिस प्रशासन एवं न्यायालय प्रशासन आये दिन समय समय पर गांव गांव जाकर लोगो को जागरूक करने, महिला उत्पीड़न, मानव तस्करी, युवतियों को बड़े शहरों का स्वपन बाग दिखाकर शहरों में ले जाने वालों दलालों से बचने का सलाह दिया जाता रहा है इसके बाबजूद भी लोग दलालों के चक्रव्यूह में फंस जाते है। अन्त में उन्हें खोजने बरामद करने की जिम्मेवारी पुलिस को ही दी जाती है।

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